बेगूसराय: जिले में संचालित गंगा डेयरी को डीएम राहुल कुमार ने बंद करने का आदेश दिया है, जिससे हजारों लोगों पर रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है. गंगा डेयरी द्वारा किये जा रहे प्रदूषण के कारण केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के पत्र के आलोक में डीएम ने ये कार्रवाई की है.
बिहार के औद्योगिक राजधानी के नाम से विख्यात बेगूसराय जिले में कई उद्योग-धंधे स्थापित हैं जो न सिर्फ जिले को आर्थिक समृद्धि प्रदान करते हैं बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी देते हैं. उद्योग ज्यादा होने और गंगा के किनारे का जिला होने के कारण प्रदूषण का स्तर भी अब खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है. प्रदूषण मे बढ़ोतरी के स्तर को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण विभाग लगातार संबंधित कंपनी को प्रदूषण के मानकों का पालन करने की हिदायत भी देता रहा है.
डीएम ने सदर एसडीएम को दिया आदेश
इसी तरह गंगा डेयरी द्वारा प्रदूषण नियमों को ताक पर रख कर किये जा रहे काम पर भी प्रदूषण बोर्ड ने कड़ी चेतावनी दी थी, जिसपर गंगा डेयरी ने गंभीरता नहीं दिखाई. इस कारण से केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने डीएम बेगूसराय को पत्र लिखकर गंगा डेयरी को बंद कराने की बात कही. प्रदूषण बोर्ड के इस आदेश के बाद डीएम ने सदर एसडीएम संजीव चौधरी को आदेश दिया है कि सभी कागजातों कि पड़ताल कर एक सप्ताह के अंदर गंगा डेयरी को बंद करा दें.
लोगों के सामने बेरोजगारी का संकट
वहीं गंगा डेयरी के बंद होने की खबर से हजारों दुग्ध उत्पादक और कंपनी में काम कर रहे कर्मियो के अंदर संशय की स्थित उत्पन्न हो गई है. वैसे कंपनी के अधिकारी इस बाबत बताते हैं कि जिस वजह से प्रदूषण बोर्ड ने कार्रवाई के आदेश दिये हैं इसे दूर कर लिया गया है और प्रदुषण बोर्ड की संतुष्टि का पत्र भी प्राप्त हो गया है. बहरहाल, जो भी हो इस डेयरी के बंद होने से हजारों लोगों के सामने बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो जायेगी.