बेगूसराय: प्रदेश में बेखौफ अपराधियों का तांडव लगातार जारी है. ताजा मामला जिले के बखरी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का है. जहां अपराधियों ने महज एक माचिस के लिए एक व्यक्ति को गोली मार दी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसके बाद घायल के परिजनों ने उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया.
बाइक सवार अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
बताया जाता है कि सकलदेव नामक व्यक्ति अपने घर के बाहर सोया हुआ था. इस दौरान 4 बाइक सवार अपराधियों ने सकलदेव के पास आकर माचिस की मांग की, जब तक वह माचिस निकालकर देता तब तक अपराधियों ने गोली चला दी. जिससे सकलदेव गंभीर रूप से घायल हो गया. गोली की आवाज सुनकर घायल व्यक्ति के परिजन आनन-फानन में घर से बाहर आए. लेकिन अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गए.
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मामल की चल रही छानबीन- मुख्यालय डीएसपी
इस मामले पर मुख्यालय डीएसपी कुंदन कुमार का कहना है कि परिजनों ने मामले में लिखित शिकायत दर्ज नहीं करवाई है. 4 बाइक सवार अपराधियों ने इस गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया है. घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे उसके परिजनों ने एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवाया है. फिलहाल मामले कि छानबीन चल रही है. जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
प्रदेश में लगातार बढ़ रहा अपराध
गौरतलब है कि सूबे में कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विगत दिनों पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर अपराध पर लगाम लगाने के लिए कई दिशा-निर्देश दिया था. उन्होंने इसके लिए पुलिस के कई वरिय अधिकारियों को टास्क भी दिये थे. लेकिन इसका नतीजा आज तक नहीं निकल पाया. प्रदेश में अपराध से बिगड़ते हालत के सबूत इतने खुले रूप में सामने आ रहे हैं कि राज्य सरकार इन आंकड़ों को नकार भी नहीं सकती. हालांकी, प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार अपने सार्वजनिक भाषणों में 'राज्य में अमन-चैन और कानून का राज कायम' होने की बात का दावा करते है. जो तथ्यों से पड़े है.

बिहार पुलिस का क्राइम रिकॉर्ड
बिहार पुलिस के जुलाई तक के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर करें तो जुलाई 2019 तक 893 दुष्कर्म की घटना दर्ज की गई है. वहीं 1,853 हत्या के मुकदमे लिखे जा चुके हैं. ऐसे में सवाल यह है कि प्रदेश की जनता कब सुरक्षित होगी?