बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में अंचलाधिकारी पर हमला मामले में अब एक नया मोड़ आया है. जहां पूर्व सैनिकों ने अंचलाधिकारी पर मोटशन के नाम पर 50 हजार रुपया लेकर नहीं लौटने का आरोप लगाया है.पूर्व सैनिकों ने आरोप लगाया है कि मोटशन का पैसा मांगने पर अंचलधिकारी के द्वारा अपने गुंडे से सैनिक पर जानलेवा हमला किया गया. जिसके बाद आत्मरक्षा में पूर्व सैनिक ने वहां रखे चाकू से सीओ पर हमला किया. पूर्व सैनिक इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती है. जिनसे मिलने पहुंचे पूर्व सैनिकों ने मिडिया से बात करते हुए यह आरोप लगाया है.
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अंचलाधिकारी पर हमला मामले में नया मोड़: बुधवार की देर शाम पूर्व सैनिक मोहन कुमार के द्वारा अंचलाधिकारी के घर में घुसकर चाकू से हमला किये जाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया था. घटना के बाद बखरी के निवर्तमान अंचलधिकारी को बखरी पीएसी में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया. इस मामले में अंचलाधिकारी ने आरोप लगाया था कि गलत जमीन की मोटशन नहीं करने पर उनपर जानलेवा हमला किया गया. इस मामले में पुलिस ने मौके वरदात से युवक को हिरासत में ले लिया था.
पूर्व सैनिक पर चाकू से हमला का आरोप: बेगूसराय के आरक्षी अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने प्रेस वार्ता के माध्यम से यह जानकारी दी थी कि युवक के द्वारा एक जमीन की मोटिवेशन नहीं किए जाने पर अंचलाधिकारी पर हमला किया गया. उन्होंने यह भी बताया कि यह जमीन किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर था. उसका रसीद कटा हुआ था. वहीं मामले के कई दिन बीत जाने के बाद गिरफ्तार सैनिक से अन्य सैनिक मिलने पहुंचे. पूर्व सैनिक संगठन के लोगों ने अंचलाधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए और अपने गुंडों से पूर्व सैनिक की पिटाई किए जाने का आरोप भी लगाया है.
पूर्व सैनिक ने लगाया रिश्वत लेने का आरोप: घटना के संबंध में पूर्व सैनिक संघ के जिला अध्यक्ष रामकृष्ण पाठक ने बताया कि एक जमीन के मोटेशन के लिए सीओ के द्वारा पांच लाख की मांग की गयी थी. जिसके एवज में 50 हजार की राशि ली गई थी लेकिन सीओ के ट्रांसफर हो जाने के बाद जब पूर्व सैनिक उनसे पैसे की मांग की तो सीओ ने अपने गुंडे के मार्फत से पूर्व सैनिक की पिटाई करवा दी. अध्यक्ष ने बताया कि सर्वे करा लिया जाय की सीओ का क्या चरित्र रहा है. उन्होंने कहा कि इस सीओ के खिलाफ स्थानीय विधायक ने भी धरना दिया था. पूरे मामले की जांच रिटायर जज से करवाया जाए.
"मोहन कुमार की जान को खतरा है. इसे बेहतर इलाज के लिए किसी बड़े हॉस्पिटल में ट्रांसफर किया जाए. मोहन कुमार पैसा लेने गया था. तभी ये घटना घटी है."- भावेश भारतीय, मीडिया प्रभारी
"सीओ पर जानलेवा हमला करने का मामला है. इस मामले मे पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है. हर कोई अपनी बात रखने को स्वतंत्र है. अगर कोई विवाद था तो उसे विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से रखा जा सकता था पर किसी अधिकारी पर इस तरह से हमला सही नहीं है."- रौशन कुशवाहा, डीएम