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आमरण अनशन पर बैठा महादलित परिवार, समर्थन में CPI माले ने किया प्रदर्शन - इंदिरा आवास

इंदिरा आवास के तहत मिली जमीन को दबंगों ने अपनी बताते हुए मारपीट की और लोगों को वहां से हटा दिया. इसके बाद हाईकोर्ट ने महादलित परिवार के पक्ष में फैसला सुनाया.

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Published : Dec 28, 2020, 12:21 PM IST

बेगूसरायः जिले के नावकोठी प्रखंड क्षेत्र के हसनपुर बागर निवासी छह महादलित परिवार पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. पिछले आठ साल से दबंग उन्हें इंदिरा आवास नहीं बनाने दे रहे हैं. इसके विरोध में महादलित परिवार आमरण अनशन पर बैठे हैं. इसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, जिनकी तबीयत भी बिगड़ रही है. इसके बावजूद प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. इससे आक्रोशित माले के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को हड़ताली चौक पर जमकर प्रदर्शन किया.

हाईकोर्ट ने पक्ष में सुनाया फैसला
माले कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अंचल कार्यालय भू माफियाओं से मिला हुआ है. बताया जा रहा है कि साल 2013-14 में सरकार ने चंदन राम सहित छह परिवारों जमीन का पर्चा दिया. इसके बाद लोगों ने इंदिरा आवास के तहत वहां मकान बनाने का काम भी शुरू कर दिया. लेकिन दबंगों ने इसे अपनी जमीन बताते हुए मारपीट की और लोगों को वहां से हटा दिया. इसके बाद हाईकोर्ट ने महादलित परिवार के पक्ष में फैसला सुनाया.

प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी
पटना हाईकोर्ट के फैसले के बावजूद प्रशासन ने महादलित परिवार को जमीन दिलवाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया. न्याय पाने के लिए सभी परिवार अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद निराश होकर सभी ने आमरण अनशन करने का फैसला लिया. इनके समर्थन में आए भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

बेगूसरायः जिले के नावकोठी प्रखंड क्षेत्र के हसनपुर बागर निवासी छह महादलित परिवार पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. पिछले आठ साल से दबंग उन्हें इंदिरा आवास नहीं बनाने दे रहे हैं. इसके विरोध में महादलित परिवार आमरण अनशन पर बैठे हैं. इसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, जिनकी तबीयत भी बिगड़ रही है. इसके बावजूद प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. इससे आक्रोशित माले के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को हड़ताली चौक पर जमकर प्रदर्शन किया.

हाईकोर्ट ने पक्ष में सुनाया फैसला
माले कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अंचल कार्यालय भू माफियाओं से मिला हुआ है. बताया जा रहा है कि साल 2013-14 में सरकार ने चंदन राम सहित छह परिवारों जमीन का पर्चा दिया. इसके बाद लोगों ने इंदिरा आवास के तहत वहां मकान बनाने का काम भी शुरू कर दिया. लेकिन दबंगों ने इसे अपनी जमीन बताते हुए मारपीट की और लोगों को वहां से हटा दिया. इसके बाद हाईकोर्ट ने महादलित परिवार के पक्ष में फैसला सुनाया.

प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी
पटना हाईकोर्ट के फैसले के बावजूद प्रशासन ने महादलित परिवार को जमीन दिलवाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया. न्याय पाने के लिए सभी परिवार अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद निराश होकर सभी ने आमरण अनशन करने का फैसला लिया. इनके समर्थन में आए भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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