बेगूसराय: जिले में बस मालिको ने सरकार द्वारा बसों के परिचालन को बंद किए जाने पर अपना विरोध जताते हुए मंगलवार को एक बैठक की. इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी को एक ज्ञापान के माध्यम से गाड़ी में होने वाले खर्च जैसे मार्ग कर, बीमा और बैंक के बकाया राशि पर ब्याज को दिसंबर महीने तक माफ करने का आग्रह किया है. ऐसा नहीं होने पर 5 दिनों बाद आंदोलन की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि बसों को समाहरणालय के पास लगाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
कर्ज के बोझ तले दब रहे बस मालिक
बिहार सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि 6 सितंबर तक बढ़ाए जाने को लेकर बस मालिकों में आक्रोश देखा जा रहा है. उनका कहना है कि लगातार लॉकडाउन के कारण उनकी माली हालत बेहद खराब हो गई है. वहीं वह कर्ज के बोझ के तले दबे जा रहे हैं. उनका कहना है कि उन लोगों ने 30 जुलाई तक सभी तरह के वाहन कर को जमा कर दिया है. इसके बावजूद उनकी गाड़ियों के परिचालन की अनुमति नहीं दी गई है. जिससे वह कर्ज़ के बोझ तले दबे जा रहे हैं.
5 दिनों के अंदर बात नहीं मानी तो करेंगे आंदोलन
उनका कहना है कि सरकार द्वारा 40 प्रतिशत कर माफी की बात कही गई है. लेकिन किस चीज की माफी की गई उनको नहीं पता है. लगातार कर्ज के बोझ तले दबे होने की स्थिती में उनके पास कोई चारा नहीं बचा है. ऐसी परिस्थिति में बस मालिकों ने दिसंबर महीने तक सभी तरह के कर और बैंक के ब्याज पर रोक लगाने की मांग की है. इस संबंध में बस मालिकों का कहना है कि अगर सरकार ने 5 दिनों के अंदर उनकी बात नहीं मानी तो अपने बस को समाहरणालय के सामने लगा कर अपना विरोध जताएंगे.