ETV Bharat / state

रजौड़ा की घटना को राकेश सिन्हा ने बताया गहरी साजिश, कहा- सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की थी कोशिश

author img

By

Published : Mar 20, 2022, 6:07 PM IST

रजौड़ा की घटना पर राकेश सिन्हा का बयान (Rakesh Sinha Statement on Rajaura Incident) सामने आया है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को सांप्रदायिकता की सवारी नहीं करनी चाहिए. लिहाजा मेरी राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से अपील है कि मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

रजौड़ा की घटना पर राकेश सिन्हा का बयान
रजौड़ा की घटना पर राकेश सिन्हा का बयान

बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में रजौड़ा और बरौनी में चाकूबाजी की घटना को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज ही गई. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) के बाद बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा (BJP MP Rakesh Sinha) ने भी घटना में घायल हुए लोगों से बेगूसराय सदर अस्पताल में जाकर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ित और उसके परिजनों से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन कार्रवाई करने में किसी भी प्रकार का भेदभाव ना करें. कानून और व्यवस्था के खिलाफ जो भी कदम उठाता है, वह समाज का शत्रु है लेकिन जो सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश करता है वह उससे भी बड़ा शत्रु है.

ये भी पढ़ें: रजौड़ा की घटना पर बोले गिरिराज, 'अगर न्याय नहीं मिला तो गांव-गांव जाकर इंसाफ के लिए भीख मांगूंगा'

सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश: बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि दलित समाज के लोगों के हाथ को तोड़ देना और उस पर जानलेवा हमला करना एक जघन्य अपराध है. यह घटना इस बात को दर्शाती है कि इसके पीछे सोची-समझी साजिश थी. उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिले को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश मुट्ठी भर लोगों के द्वारा की जा रही है. बेगूसराय का इतिहास स्वस्थ, सामाजिक जीवन और प्रगतिशील जीवन का इतिहास रहा है. घोर संप्रदायिकता के समय में भी बेगूसराय में ऐसी घटना नहीं घटी.

दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे प्रशासन: बीजेपी सासंद ने कहा कि जो लोग भी इस घटना में शामिल हैं, उस पर प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है कि तो बेगूसराय ही नहीं बिहार के लोग इस को लेकर आंदोलन करेंगे. सांसद ने कहा कि यह प्रशासन की विफलता है.

बेगूसराय ने पेश की मिशाल: राकेश सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय ने पूरे देश में एकता की मिशाल पेश की है. जहां 85 फीसदी हिंदुओं ने पंचायती राज के सबसे बड़े पद मुखिया और सरपंच पद पर 15 प्रतिशत आबादी वालों को जिताया है. वैसे स्थान को उदाहरण बनाने की बजाय कुछ लोग सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि हमारी केंद्र और राज्य की सरकार संप्रदायिक ताकत को दमन करने में सक्षम है. सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मेरी अपील है कि जिला प्रशासन को निर्देश दें कि किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाए.

ये भी पढ़ें: नालंदा में बढ़ते अपराध पर JDU की सफाई- 'क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से नहीं होगा कोई समझौता'

क्या है रजौड़ा का मामला? : दरअसल स्कूल में दो बच्चों के मामूली विवाद में शुक्रवार की शाम मुफस्सिल थाना के रजौड़ा गांव में एक पक्ष के लोगों ने दुकान पर हमला कर दुकानदार समेत कई लोगों को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना के बाद से गांव में अभी भी तनाव का माहौल है. डीएसपी के नेतृत्व में कई थानों के पुलिस अधिकारी और पुलिस के जवान गांव में कैम्प कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 'जो मुस्लिम नेता जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करते हैं, वह जनसंख्या जिहाद करना चाहते हैं'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में रजौड़ा और बरौनी में चाकूबाजी की घटना को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज ही गई. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) के बाद बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा (BJP MP Rakesh Sinha) ने भी घटना में घायल हुए लोगों से बेगूसराय सदर अस्पताल में जाकर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ित और उसके परिजनों से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन कार्रवाई करने में किसी भी प्रकार का भेदभाव ना करें. कानून और व्यवस्था के खिलाफ जो भी कदम उठाता है, वह समाज का शत्रु है लेकिन जो सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश करता है वह उससे भी बड़ा शत्रु है.

ये भी पढ़ें: रजौड़ा की घटना पर बोले गिरिराज, 'अगर न्याय नहीं मिला तो गांव-गांव जाकर इंसाफ के लिए भीख मांगूंगा'

सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश: बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि दलित समाज के लोगों के हाथ को तोड़ देना और उस पर जानलेवा हमला करना एक जघन्य अपराध है. यह घटना इस बात को दर्शाती है कि इसके पीछे सोची-समझी साजिश थी. उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिले को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश मुट्ठी भर लोगों के द्वारा की जा रही है. बेगूसराय का इतिहास स्वस्थ, सामाजिक जीवन और प्रगतिशील जीवन का इतिहास रहा है. घोर संप्रदायिकता के समय में भी बेगूसराय में ऐसी घटना नहीं घटी.

दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे प्रशासन: बीजेपी सासंद ने कहा कि जो लोग भी इस घटना में शामिल हैं, उस पर प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है कि तो बेगूसराय ही नहीं बिहार के लोग इस को लेकर आंदोलन करेंगे. सांसद ने कहा कि यह प्रशासन की विफलता है.

बेगूसराय ने पेश की मिशाल: राकेश सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय ने पूरे देश में एकता की मिशाल पेश की है. जहां 85 फीसदी हिंदुओं ने पंचायती राज के सबसे बड़े पद मुखिया और सरपंच पद पर 15 प्रतिशत आबादी वालों को जिताया है. वैसे स्थान को उदाहरण बनाने की बजाय कुछ लोग सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि हमारी केंद्र और राज्य की सरकार संप्रदायिक ताकत को दमन करने में सक्षम है. सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मेरी अपील है कि जिला प्रशासन को निर्देश दें कि किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाए.

ये भी पढ़ें: नालंदा में बढ़ते अपराध पर JDU की सफाई- 'क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से नहीं होगा कोई समझौता'

क्या है रजौड़ा का मामला? : दरअसल स्कूल में दो बच्चों के मामूली विवाद में शुक्रवार की शाम मुफस्सिल थाना के रजौड़ा गांव में एक पक्ष के लोगों ने दुकान पर हमला कर दुकानदार समेत कई लोगों को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना के बाद से गांव में अभी भी तनाव का माहौल है. डीएसपी के नेतृत्व में कई थानों के पुलिस अधिकारी और पुलिस के जवान गांव में कैम्प कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 'जो मुस्लिम नेता जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करते हैं, वह जनसंख्या जिहाद करना चाहते हैं'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.