बेगूसराय: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले के विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किया गया. बता दें कि यह प्रदर्शन रजौड़ा, एसबीएसएस कॉलेज इकाई, शहर सेंटर, नागदह सहित विभिन्न जगहों पर किया गया.
ग्लोकल बेगूसराय को कोरोना अस्पताल के रूप में अधिग्रहित करों, सुदूर इलाकों तक आरटीपीसीआर सुनिश्चित कराने, पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सुनिश्चित कराने, एम्बुलेंस की निःशुल्क सुविधा सुनिश्चित कराने और पप्पू यादव समेत एआईएसएफ नेता रजनीकांत सहित सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करों जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया.
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सरकार भटकाना चाहती है ध्यान
इस प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा ने कहा कि कोरोना काल में सरकार अपनी स्वास्थ्य व्यवस्था में विफलता से लोगों का ध्यान भटकाने का कोशिश कर रही है. गंगा नदी में मिली लाश से सरकार का असली चेहरा बेनकाब हो गया है. जिसके बाद सवाल से जनता को ओझल करने के लिए और भाजपा सांसद प्रताप रूडी के माध्यम से चोरी किए गए एंबुलेंस का मामला दबाए जाने को लेकर पप्पू यादव को गिरफ्तार किया गया है.
पप्पू यादव को रिहा करने की मांग
बिहार की जनता के प्रति सरकार की मंशा साफ नहीं है. एक तरफ सरकार लोगों से सहयोग की अपील करती है. दूसरी तरफ यह बेरहम सरकार अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. साथ ही लोगों की हर तरह से सहयोग करने वाले पप्पू यादव जैसे लोगों को गिरफ्तार कर रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि कोरोना वायरस जैसे खतरनाक वैश्विक महामारी से निपटने में सरकार की मंशा साफ नहीं है. उन्होंने कहा कि संगठन मांग करता है कि कोरोना अवधि में पप्पू यादव, एआईएसएफ नेता रजनीकांत यादव को अविलंब रिहा किया जाए. साथ ही दवाओं और ऑक्सीजन गैस की कालाबाजारी करने वाले, एंबुलेंस को छिपाकर रखने वाले जैसे मानवता के दुश्मन व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की जाए.
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गरीबों को मुफ्त में मिले इलाज
जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा कि उनका संगठन लगातार सरकार और जिला प्रशासन को परिस्थितियों से अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि संगठन शांतिपूर्ण तरीके से यह मांग कर रहा है कि ग्लोकल, अलेक्सिया जैसे सभी बड़े हॉस्पिटलों को सरकार अपने संरक्षण में लेकर कोरोना सहित अन्य बीमारियों का गरीबों को मुफ्त में इलाज किया जाए. संगठन में यह भी मांग किया कि संगठन लगातार गांव-गांव में कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है. इसमें प्रशासन संगठन की मदद करें. इस काम से कुछ हद तक जान बचाई जा सकती है. लेकिन सरकार और जिला प्रशासन की चुप्पी इनकी मनसा को साफ करती है.