बांका: जिले में लगातार पेयजल संकट गहराता जा रहा है. पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीण आंदोलन पर उतारू हो गए हैं. ताजा मामला धोरैया थाना क्षेत्र के काठ बनगांव गांव का है. जहां पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने सन्हौला-जगदीशपुर मुख्य मार्ग को दो घंटे तक जाम कर दिया. पड़ोसी पंचायत के मुखिया ने ग्रामीणों को किसी तरह समझाकर शांत कराया. तब जाकर सड़क से जाम हटा.
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आधे ग्रामीणों को मिला लाभ
दरअसल, धोरैया थाना क्षेत्र के काठ बनगांव, आलमनगर और रहमतनगर में विश्व बैंक संपोषित नीर निर्मल योजना के तहत लगभग 50 लाख की लागत से जलमीनार बनाने को लेकर पेयजल मुहैया कराने के लिए पाइप और घरों में कनेक्शन देकर नल लगाया गया है. संवेदक द्वारा आधा-अधूरा काम किये जाने की वजह से आधे ग्रामीणों को ही नल-जल योजना का लाभ मिल पा रहा है. आधे गांव में न तो पाइप बिछाया गया है और न ही घरों को कनेक्शन दिया गया है.
सड़क मार्ग दो घंटे तक जाम
ढाई हजार की आबादी वाले इस तीन वार्ड में आधे से अधिक लोगों को पेयजल नहीं मिल पा रहा है. गर्मी बढ़ते ही पेयजल संकट गहराने के बाद आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने सन्हौला-जगदीशपुर मुख्य सड़क मार्ग को दो घंटे जाम कर दिया और जल्द से जल्द पेयजल मुहैया कराने की मांग करने लगे. पेयजल संकट को लेकर सड़क जाम की सूचना मिलने पर मैकता बाबूरा पंचायत के मुखिया पति मजहर इमाम आक्रोशित ग्रामीणों के पास पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया. लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे.
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मुखिया पति ने समझाया
इसके बाद मुखिया पति ने ग्रामीणों को अधिकारियों से बात कराया और अपने स्तर पर आश्वस्त किया कि जल्द पेयजल संकट दूर कर दिया जाएगा. तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और सड़क से जाम हटवाया. जिसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी. इधर पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता राजीव लाल ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.