बांका: बिहार में एक तरफ जहां छठ (Chhath Puja 2022) को लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. वहीं बांका जिले के नगरपंचायत प्रशासन के द्वारा छठ घाट के निर्माण कार्य में भेदभाव करने का आरोप लगाया जा रहा है. जिसे लेकर वीदनचक गांव के लोग नगर पंचायत प्रशासन पर आक्रोशित है. बताया जा रहा है कि स्थानीय निवासियों ने नगर पंचायत कार्यालय जाकर पैन बांध को साफ-सफाई कराने का अनुरोध भी किया था लेकिन उनके अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया गया.
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लोगों ने खुद किया श्रमदान: नगरपंचायत प्रशासन के द्वारा छठ घाट की साफ-सफाई कार्य मे भेदभाव और अनदेखी के बाद गांव के लोगों ने श्रमदान कर छठ घाट का निर्माण कार्य (construction of Chhath Ghat in Banka) शुरु कर दिया है. नगर पंचायत प्रशासन के भेदभावपूर्ण रवैये से वीदनचक गांव के लोगों में आक्रोश देखा जा सकता है. ग्रामीण नीतीश कुमार, विक्की कुमार, पीयूष कुमार, शैलेश कुमार, बमबम कुमार, विशाल कुमार, राजेश कुमार समेत अन्य लोगों ने बताया कि नगर पंचायत के द्वारा हर साल छठ घाट के साफ-सफाई में वीदनचक गांव के पैन बांध को नजरअंदाज कर दिया जाता है.
इस साल भी पैन बांध की नहीं हुई सफाई: इस साल भी नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा पैन बांध की सफाई नहीं की गई है. जिसके कारण स्थानीय लोगों के सहयोग से पैन बांध में लगभग डेढ़ सौ फीट तक कुछ मजदूर लगाकर पानी मे मौजूद जलकुंभी को हटाया गया. साथ ही साथ घाटों की साफ-सफाई करवाई गई. ग्रामीणों के मुताबिक पैन बांध में वीदनचक, दिघ्घी पोखर, बनहारा, वार्ड संख्या नौ एवं दस समेत आस-पास के गांव से काफी संख्या में छठव्रती पहुंचती है. ऐसे में छठव्रती को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. हालांकि इस मामले में कार्यपालक पदाधिकारी रविशंकर सिंह ने बताया कि सभी घाटों की साफ-सफाई एवं बेरिकेडिंग का कार्य किया जा रही है.
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