बांका: बंगाल की खाड़ी से सक्रिय चक्रवाती तूफान की रफ्तार जिले में धीमी जरूर हो गई है. इसके बावजूद बांका में इसका असर पिछले तीन दिनों से व्यपाक स्तर पर दिख रहा है. हालांकि, हवा की रफ्तार मध्यम यानि 20 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई है. पिछले तीन दिनों में जोरदार बारिश हुई है.
चक्रवाती तूफान यास (Storm yaas) की वजह से लगातार हो रही बारिश के चलते सब्जी की खेती करने वाले किसानों को तगड़ा झटका लगा है. खेतों में बारिश की पानी जम जाने की वजह से सब्जियां बर्बाद होने लगी है. किसानों की ओर खेतों में लगाए गए भिंडी, करेली, कद्दू, नेनुआ, हरी मिर्च, बैंगन, टमाटर सहित अन्य हरी सब्जियों को काफी नुकसान होने का अनुमान है.
किसानों में मायूसी
किसानों के चेहरे पर मायूसी छाना लाजमी है. लॉकडाउन के कारण पहले से ही परेशान चल रहे किसानों को चक्रवाती तूफान की वजह से हो रही बारिश ने कमर तोड़ने का काम किया है. किसानों को अब लागत भी वसूल नहीं होने का चिंता है. लगातार हो रही बारिश के चलते धान का बिचड़ा बोने के लिए किसानों को अब एक सप्ताह का इंतजार करना पड़ेगा.
जोरदार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
कृषि विज्ञान केंद्र बांका के मुताबिक पिछले तीन दिनों में लगभग 100 MM बारिश हुई है और बारिश का सिलसिला जारी है. शुक्रवार की अहले सुबह से ही जिले के विभिन्न हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही है. आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं.
गुरुवार को भी 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली और इसके साथ बारिश भी हुई. इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों को भी अलर्ट किया गया है. आम लोगों को सलाह दी गई है कि घर से बाहर न निकलें. क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है, बल्कि बना हुआ है. मध्मय हवा के साथ मूसलाधार बारिश के आसार बना हुआ है.
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इधर, भारी बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बाधित हो गई है. जिसके चलते लोगों को परेशानी हो रही है. बिजली नहीं रहने से खासकर नल जल योजना पर आश्रित रहने वाले लोगों को पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है. कई प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप है. विद्युत कर्मी सेवा को बहाल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.