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क्षतिग्रस्त चांदन पुल का निरीक्षण करने पटना से पहुंची टीम, कहा- रिपेयरिंग होगी पैसे की बर्बादी

पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि बिना मतलब के रिपेयरिंग की अनुशंसा करने से कोई फायदा नहीं होगा और सिर्फ पैसे की बर्बादी होगी.

पुल का जांच करते अधिकारी
पुल का जांच करते अधिकारी
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Published : Jan 22, 2020, 12:17 PM IST

बांका: पटना से तीन सदस्यीय टीम जिले के चांदन नदी पर बने क्षतिग्रस्त पुल की जांच करने बांका पहुंची. पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा सहित कई इंजीनियरों ने पुल का जायजा लिया. इस दौरान इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि चांदन पुल का फाउंडेशन फेल कर गया है. उन्होंने कहा कि पुल की ड्राइंग देखने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है. इंजीनियर ने कहा कि क्षतिग्रस्त पुल पर फिलहाल भारी वाहनों का आवागमन अभी नहीं हो सकता है.

पुल का राफ्ट क्षतिग्रस्त
डिप्टी चीफ इंजीनियर ने कहा कि पुल का राफ्ट नीचे से बालू स्लाइड कर जाने की वजह से क्षतिग्रस्त हुआ है. पुल पुराना हो जाने के कारण ये समस्या आई है. उन्होंने कहा कि ड्राइंग देखने के बाद ही इस पर कुछ निर्णय लिया जा सकता है और इसकी रिपोर्ट पुल निर्माण निगम को सौंपी जाएगी.

banka
जांच करते अधिकारी

'रिपेयरिंग की अनुशंसा करने का नहीं होगा फायदा'
पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि बिना मतलब के रिपेयरिंग की अनुशंसा करने से कोई फायदा नहीं है. ये सिर्फ पैसे की बर्बादी होगी. यहां पर ज्यादा समय नहीं गवाया जा सकता है, इसलिए इस पर जल्द से जल्द निर्णय लिया जाएगा.

बांका से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

12 जनवरी को पुल हुआ था क्षतिग्रस्त
बता दें कि बांका का लाइफलाइन कहा जाने वाला पुल 12 जनवरी को क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद जिला प्रशासन ने पुल पर आवागमन को रोक दिया था. इसके बाद जांच के लिए डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा, सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर राम सुरेश राय और सीनियर क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर असलम महमूद बांका पहुंचे.

बांका: पटना से तीन सदस्यीय टीम जिले के चांदन नदी पर बने क्षतिग्रस्त पुल की जांच करने बांका पहुंची. पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा सहित कई इंजीनियरों ने पुल का जायजा लिया. इस दौरान इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि चांदन पुल का फाउंडेशन फेल कर गया है. उन्होंने कहा कि पुल की ड्राइंग देखने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है. इंजीनियर ने कहा कि क्षतिग्रस्त पुल पर फिलहाल भारी वाहनों का आवागमन अभी नहीं हो सकता है.

पुल का राफ्ट क्षतिग्रस्त
डिप्टी चीफ इंजीनियर ने कहा कि पुल का राफ्ट नीचे से बालू स्लाइड कर जाने की वजह से क्षतिग्रस्त हुआ है. पुल पुराना हो जाने के कारण ये समस्या आई है. उन्होंने कहा कि ड्राइंग देखने के बाद ही इस पर कुछ निर्णय लिया जा सकता है और इसकी रिपोर्ट पुल निर्माण निगम को सौंपी जाएगी.

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जांच करते अधिकारी

'रिपेयरिंग की अनुशंसा करने का नहीं होगा फायदा'
पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि बिना मतलब के रिपेयरिंग की अनुशंसा करने से कोई फायदा नहीं है. ये सिर्फ पैसे की बर्बादी होगी. यहां पर ज्यादा समय नहीं गवाया जा सकता है, इसलिए इस पर जल्द से जल्द निर्णय लिया जाएगा.

बांका से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

12 जनवरी को पुल हुआ था क्षतिग्रस्त
बता दें कि बांका का लाइफलाइन कहा जाने वाला पुल 12 जनवरी को क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद जिला प्रशासन ने पुल पर आवागमन को रोक दिया था. इसके बाद जांच के लिए डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा, सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर राम सुरेश राय और सीनियर क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर असलम महमूद बांका पहुंचे.

Intro:पटना से आई पुल निगम की तीन सदस्यीय टीम ने क्षतिग्रस्त चंदनपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पुल के फाउंडेशन को क्षतिग्रस्त पाया। पुल का ड्राइंग देखने के बाद कुछ भी निर्णय लेने की बात कही।


Body:- 12 जनवरी को चांदन नदी पर बना पुल हो गया था क्षतिग्रस्त

- जिला प्रशासन ने भारी वाहनों की आवाजाही पर लगा दी थी रोक

- पुल निर्माण निगम की तीन सदस्यीय टीम ने क्षतिग्रस्त पुल का किया जांच

- पुल के नीचे से बालू स्लाइड हो जाने की वजह से राफ्ट हुआ है क्षतिग्रस्त

- चांदन नदी पर 1997 में पुल का हुआ था निर्माण

- डिप्टी चीफ इंजीनियर ने ड्राइंग देखने के बाद कुछ निर्णय लेने की कही बात

- बिना मतलब रिपेयरिंग की अनुशंसा करने का नहीं होगा कोई फायदा

- पुल ड्राइंग देखने के बाद लिया जाएगा अविलंब निर्णय

बांका। बांका का लाइफलाइन माने जाने वाले चांदन नदी का पुल 12 जनवरी को क्षतिग्रस्त हो गया था। जिला प्रशासन ने क्षतिग्रस्त पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। पुल की वास्तविक स्थिति की जांच कराने के लिए जिला प्रशासन ने सरकार को पत्र प्रेषित किया था। इसी को लेकर क्षतिग्रस्त पुल की जांच के लिए पटना से पुल निर्माण निगम की तीन सदस्यीय टीम बांका पहुंचकर गहन जांच किया। जांच करने पहुंचे पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि ड्राइंग देखने के बाद ही इस पर कुछ निर्णय लिया जा सकता है।

तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची बांका
12 जनवरी को क्षतिग्रस्त हुए चंदन पुल के निरीक्षण के लिए डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा, सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर राम सुरेश राय और सीनियर क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर असलम महमूद की तीन सदस्यीय टीम बांका पहुंचकर पुल की वास्तविक स्थिति का गहन जांच किया। जांच में पुल के फाउंडेशन क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से राफ्ट बर्बाद हो गया है और स्पेन पर खतरा मंडराने लगा है। पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि चांदन पुल का फाउंडेशन फेल कर गया है। पुल का ड्राइंग देखने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है। क्षतिग्रस्त पुल पर भारी वाहनों की परिचालन अभी नहीं हो सकती है।

पुल का राफ्ट हो चुका है क्षतिग्रस्त
पुल का राफ्ट नीचे से बालू स्लाइड कर जाने की वजह से क्षतिग्रस्त हुआ है। पुल निर्माण निगम की ओर से चांदन नदी पर 1997 में पुल का निर्माण कराया गया था। जो कि काफी पुराना हो गया है। पटना लौटने पर ड्राइंग देखने के बाद इसपर अविलंब निर्णय लिया जाएगा और इसकी रिपोर्ट पुल निर्माण निगम को सौंपी जाएगी।




Conclusion:रिपेयरिंग के अनुशंसा करने का नहीं होगा फायदा
पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हीरानंद झा ने बताया कि बिना मतलब के रिपेयरिंग की अनुशंसा करने से कोई फायदा नहीं होगा और सिर्फ राशि की बर्बादी होगी। यहां पर ज्यादा समय नहीं गवाया जा सकता है। इसलिए इसपर जल्द से जल्द निर्णय लिया जाएगा।

बाईट- हीरानंद झा, डिप्टी चीफ इंजीनियर, पुल निर्माण निगम पटना
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