बांकाः जिले की जमुई सीमा पर स्थित खाजातरी, मटियोकुरा, बग्धसवा, कमलू, बिरमा, अंकोलिया और तीनटोपरवा जंगल में शनिवार और रविवार को एएसपी अभियान के नेतृत्व में सूईया एसएसबी, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया.
इस दौरान तीन टोपरवा से आगे घने जंगलों में दो-तीन दिन पूर्व से हाथ में लाल झंडा थामे कुछ अज्ञात संदिग्ध लोगों को गुजरते देखा गया था. आशंका जताई जा रही थी कि नक्सली संगठन की ओर से जंगल में शहादत दिवस मनाया जा रहा है. इसमें नक्सलियों का विभिन्न दस्ता शामिल हो सकता है.
नक्सलियों की तलाश में चलाया गया सर्च ऑपरेशन
15 दिन पूर्व मलहातरी गांव के समीप कमलू जंगल में हार्डकोर नक्सली पिंटू राणा दस्ते के मौजूद होने की सूचना मिली थी. इस दस्ते के तीन नक्सली कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका के चलते दूध पनिया जंगल कुच कर गया था. बुधवार रात हार्डकोर नक्सली बहादुर कोड़ा का हथियारबंद बर्दीधारी करीब 20 सदस्यीय दस्ता खाजातरी, मटियोकुर और बग्धसवा जंगल के मैदानी क्षेत्र रास्ते कमलू जंगल तक पहुंच गया था.
नक्सली बहादुर कोड़ा के पीछे मुंगेर पुलिस हाथ धो कर पड़ी है. हवेली खड़कपुर थाना क्षेत्र में हुई दो पुलिस मुखबिरों की हत्या में उसी नाम आ रहा है.
जनता की सेवा में है तत्पर- एसएसपी अभियान
एसएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि नक्सली संगठन अपने मूल उद्देश्य से भटक कर एक अपराधी गिरोह बन गया है. जो लोगों को धोखा दे रहा है. संगठन भी कमजोर हो चुका है. जनता की सेवा में पुलिस सदैव तत्पर है. सर्च ऑपरेशन में थानाध्यक्ष विनोद कुमार, एसएसबी इंस्पेक्टर सिकंदर कुमार शर्मा और एसटीएफ के एसआई अजीत कुमार सहित अन्य शामिल थे.