बांका: आरजेडी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव (Jaiprakash Narayan Yadav) ने केंद्र की मोदी सरकार से देश में जातीय जनगणना (Cast Census) कराने की मांग की है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि विपक्ष के साथ-साथ एनडीए की सहयोगी जेडीयू भी इसके पक्ष में है, फिर भी पता नहीं क्यों केंद्र सरकार इससे भाग रही है.
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आरजेडी नेता ने कहा कि मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर क्यों जातीय जनगणना को रोक रही है. आज जातीय जनगणना वर्षों पहले हुई थी, लिहाजा होनी चाहिए लेकिन केंद्र की मोदी सरकार इससे भाग रही है. सरकार जानबूझकर जातीय जनगणना कराने से बचना चाहती है.
पूर्व सांसद ने पिछले सत्र में 23 मार्च को जिस तरह से विधानसभा के अंदर विपक्षी विधायकों को पीटा गया था, वे उसका कड़ा विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए, उतना कम है. हमारी मांग है कि जो भी दोषी पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इसके लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी लगातार मांग कर रहे हैं. इस शर्मनाक घटना के लिए मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए.
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जयप्रकाश नारायण यादव ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. कटिहार में मेयर को मौत के घाट उतार दिया जाता है. दलित को पुलिस कस्टडी में रखकर बेरहमी से पीटा जाता है. उन्होंने कहा कि सूबे में मौत का सिलसिला जारी है और यहां की स्थिति भयानक हो गई है. यहां सुशासन नहीं काला शासन चल रहा है, इसलिए इस निकम्मी सरकार को बदलना जरूरी है.
पूर्व आरजेडी सांसद ने क्षतिग्रस्त चांदन पुल के साथ-साथ नदी के तेज बहाव के चलते बह गए डायवर्जन का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिले की लाइफ लाइन बर्बाद हो चुकी है. लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले दो साल से आम लोग परेशान हैं. चांदन पुल बनने में लंबा समय लगेगा, इसलिए हमारी मांग है कि स्क्रू पाइप पुल बनाया जाए या पीपा पुल भी एक विकल्प हो सकता है.