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हिरासत में युवक को किया गया टार्चर! परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत का लगाया आरोप

बांका में पुलिस की पिटाई से युवक की मौत के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि युवक पर कहलगांव में एक आभूषण की दुकान में चोरी करने का आरोप था. जिसके बाद रजौन पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कहलगांव पुलिस (Kahalgaon Police) के सुपुर्द कर दिया जहां उसकी बर्बरतापूर्ण पिटाई की गई थी.

Banka Crime News
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Published : Jul 21, 2021, 4:41 PM IST

Updated : Jul 21, 2021, 5:43 PM IST

बांका: बिहार पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है. बांका (Banka) के रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत चकपसिया गांव में पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई (Police Brutality) के बाद युवक की मौत हो गई है. मृत युवक की पहचान चकपसिया गांव निवासी मनोज दास के 26 वर्षीय पुत्र विनोद दास के रूप में हुई है. विनोद की मौत से आक्रोशित परिजनों ने जमकर बबाल काटा और भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग (Bhagalpur-Hansdiha Main Road) को घंटो जाम कर दिया. पुलिस द्वारा लाख समझाने के बावजूद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.

यह भी पढ़ें- Crime in Banka: केस वापस नहीं लिया तो मार दी गोली

परिजनों का आरोप है कि सात जुलाई को कहलगांव थाना की पुलिस ने रजौन पुलिस की मदद से युवक विनोद दास के घर चकसपिया पहुंची और उसे हिरासत में लेकर रजौन थाना ले गई. थाना में रजौन व कहलगांव पुलिस ने मिलकर युवक की बेहरमी से पिटाई की. इसके बाद अपने साथ कहलगांव लेकर चली गई.

मृतक के पिता मनोज दास ने बताया कि कहलगांव के एक आभूषण दुकान में हुई चोरी के मामले में पुलिस विनोद को पूछताछ के लिए हिरासत में ली थी. पांच दिन तक पुलिसिया हिरासत में रखकर जबरदस्त पिटाई करती रही और अंत में जब कोई सुराग नहीं मिला तो उसे अधमरा अवस्था में छोड़ दिया.

विनोद को इलाज कराने के लिए अमरपुर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां बीके तिवारी नामक चिकित्सक के यहां इलाज चला. लेकिन स्थिति अत्यंत गंभीर होने के बाद उसे मायागंज अस्पताल लेकर परिजन चले गए. जहां इलाज के दौरान 20 जुलाई को उसकी मौत हो गई.

मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अत्यंत बर्बरतापूर्वक बंदूक के कुंदे एवं अन्य हथियार से उसकी पिटाई की. जिसके चलते किडनी सहित अन्य कई जगहों पर उसे गंभीर चोटें आई थी. शव में भी जगह-जगह जख्म के निशान नजर आ रहे थे.

मृतक के परिजनों सहित ग्रामीणों ने शव को रजौन थाना में रखकर पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. इसके बाद परिजनों ने शव को भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर रखकर सड़क को जाम कर दिया. मृतक के परिजन इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

साथ ही मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा भी देने की मांग की गई. आक्रोशित लोगों को शांत कराने के लिए एसडीएम मनोज कुमार चौधरी और एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे.

मामले को लेकर एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि 'कहलगांव पुलिस युवक को अपने साथ ले गई थी. परिजन मारपीट की वजह से मौत का आरोप लगा रहे हैं. सत्यता के लिए मेडिकल बोर्ड गठन कर युवक का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.'

बांका: बिहार पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है. बांका (Banka) के रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत चकपसिया गांव में पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई (Police Brutality) के बाद युवक की मौत हो गई है. मृत युवक की पहचान चकपसिया गांव निवासी मनोज दास के 26 वर्षीय पुत्र विनोद दास के रूप में हुई है. विनोद की मौत से आक्रोशित परिजनों ने जमकर बबाल काटा और भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग (Bhagalpur-Hansdiha Main Road) को घंटो जाम कर दिया. पुलिस द्वारा लाख समझाने के बावजूद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.

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परिजनों का आरोप है कि सात जुलाई को कहलगांव थाना की पुलिस ने रजौन पुलिस की मदद से युवक विनोद दास के घर चकसपिया पहुंची और उसे हिरासत में लेकर रजौन थाना ले गई. थाना में रजौन व कहलगांव पुलिस ने मिलकर युवक की बेहरमी से पिटाई की. इसके बाद अपने साथ कहलगांव लेकर चली गई.

मृतक के पिता मनोज दास ने बताया कि कहलगांव के एक आभूषण दुकान में हुई चोरी के मामले में पुलिस विनोद को पूछताछ के लिए हिरासत में ली थी. पांच दिन तक पुलिसिया हिरासत में रखकर जबरदस्त पिटाई करती रही और अंत में जब कोई सुराग नहीं मिला तो उसे अधमरा अवस्था में छोड़ दिया.

विनोद को इलाज कराने के लिए अमरपुर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां बीके तिवारी नामक चिकित्सक के यहां इलाज चला. लेकिन स्थिति अत्यंत गंभीर होने के बाद उसे मायागंज अस्पताल लेकर परिजन चले गए. जहां इलाज के दौरान 20 जुलाई को उसकी मौत हो गई.

मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अत्यंत बर्बरतापूर्वक बंदूक के कुंदे एवं अन्य हथियार से उसकी पिटाई की. जिसके चलते किडनी सहित अन्य कई जगहों पर उसे गंभीर चोटें आई थी. शव में भी जगह-जगह जख्म के निशान नजर आ रहे थे.

मृतक के परिजनों सहित ग्रामीणों ने शव को रजौन थाना में रखकर पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. इसके बाद परिजनों ने शव को भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर रखकर सड़क को जाम कर दिया. मृतक के परिजन इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

साथ ही मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा भी देने की मांग की गई. आक्रोशित लोगों को शांत कराने के लिए एसडीएम मनोज कुमार चौधरी और एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे.

मामले को लेकर एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि 'कहलगांव पुलिस युवक को अपने साथ ले गई थी. परिजन मारपीट की वजह से मौत का आरोप लगा रहे हैं. सत्यता के लिए मेडिकल बोर्ड गठन कर युवक का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.'

Last Updated : Jul 21, 2021, 5:43 PM IST
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