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'मनरेगा से अब तक 4 लाख 70 हजार से अधिक मानव दिवस सृजित, 39 करोड़ हुए खर्च'

कोरोना काल में बिहार में लाॅकडाउन के चलते राज्य के शहरी क्षेत्रों से गांव लौटे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा योजनाओं में काम करने के इच्छुक लोगों को रोजगार देने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रहा है. ये बात ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने मनरेगा योजना पर विस्तृत रूप से चर्चा के दौरान कही.

बांका
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Published : May 16, 2021, 7:57 PM IST

Updated : May 16, 2021, 8:14 PM IST

बांका: बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बांका जिले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा योजना पर विस्तृत रूप से चर्चा की. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान लाॅकडाउन में राज्य के ही शहरी क्षेत्रों से गांव लौटे लोगों को व्यापक तौर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा योजनाओं में काम करने के इच्छुक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक योजनाओं पर काम कर रहा है. जाॅब कार्ड विहीन लोगों को अविलंब जाॅब कार्ड भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- बांका: ग्रामीण इलाके में कोरोना वैक्सीन पर जागरूकता में कमी, झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे गांव वाले

''मनरेगा योजना पर वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक अकुशल मजदूरी पर 10 करोड़ 5 लाख 21 हजार रूपये, कुशल और अर्द्धकुशल मजदूरी मद में 2 करोड़ 44 लाख 69 हजार रूपये और सामग्री मद में 23 करोड़ 36 लाख रूपये सहित अबतक लगभग 39 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं. मनरेगा योजना में राशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.''- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

ये भी पढ़ें- 'ब्लैक फंगस' क्या है, कैसे पहचानें? एक्सपर्ट से जानिए हर सवाल का जवाब

'मनरेगा योजना से दे रहे रोजगार'
जिले में मनरेगा योजना से कुल 1 लाख 36 हजार 669 योजनाएं प्रारंभ की गई थी, जिसमें से 68 हजार 661 योजना पूर्ण हो चुकी है. साथ ही 68 हजार 8 योजनाओं पर काम चल रहा है. मानव दिवस की चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि बांका जिले के 11 प्रखंडों में वर्तमान वित्तीय वर्ष में 30 हजार 753 परिवार के 32 हजार 691 मजदूरों को जिले में मनरेगा योजना से रोजगार दिया गया है. जिससे अब तक 4 लाख 70 हजार से अधिक मानव दिवस का सृजन किया गया है.

बांका: बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बांका जिले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा योजना पर विस्तृत रूप से चर्चा की. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान लाॅकडाउन में राज्य के ही शहरी क्षेत्रों से गांव लौटे लोगों को व्यापक तौर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा योजनाओं में काम करने के इच्छुक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक योजनाओं पर काम कर रहा है. जाॅब कार्ड विहीन लोगों को अविलंब जाॅब कार्ड भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

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''मनरेगा योजना पर वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक अकुशल मजदूरी पर 10 करोड़ 5 लाख 21 हजार रूपये, कुशल और अर्द्धकुशल मजदूरी मद में 2 करोड़ 44 लाख 69 हजार रूपये और सामग्री मद में 23 करोड़ 36 लाख रूपये सहित अबतक लगभग 39 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं. मनरेगा योजना में राशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.''- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

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'मनरेगा योजना से दे रहे रोजगार'
जिले में मनरेगा योजना से कुल 1 लाख 36 हजार 669 योजनाएं प्रारंभ की गई थी, जिसमें से 68 हजार 661 योजना पूर्ण हो चुकी है. साथ ही 68 हजार 8 योजनाओं पर काम चल रहा है. मानव दिवस की चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि बांका जिले के 11 प्रखंडों में वर्तमान वित्तीय वर्ष में 30 हजार 753 परिवार के 32 हजार 691 मजदूरों को जिले में मनरेगा योजना से रोजगार दिया गया है. जिससे अब तक 4 लाख 70 हजार से अधिक मानव दिवस का सृजन किया गया है.

Last Updated : May 16, 2021, 8:14 PM IST
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