बांका: बिहार के बांका जिले के रजौन प्रखण्ड के प्रोन्नत मध्य विद्यालय आनंदपुर में मध्याह्न भोजन में छिपकली होने की आशंका को लेकर छात्रों और परिजनों में हड़कंप मच गया. स्कूल से घर पहुंचने पर कुछ बच्चों द्वारा चक्कर आने किशिकायत की गई. जिसके बाद किसी अनहोनी की आशंका को लेकर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से करीब एक सौ स्कूली बच्चों को रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. सभी बच्चों का इलाज जारी है.
पढ़ें-Chapra News: मिड-डे-मील में मरी हुई छिपकली, खाना खाने से 35 बच्चे बीमार
जांच के लिए टीम को किया गया रवाना: घटना की जानकारी स्थानीय प्रशासन से होते हुए जिला प्रशासन तक पहुंच गई. जिसकी जांच के लिये तत्काल टीम को स्कूल रवाना किया गया. जहां स्कूल के प्रबंधन और रसोइया से पुछताछ की गई. घटना के बाद से रजौन बीडीओ और सीओ सहित भारी संख्या में लोगो की भीड़ अस्पताल पहुंच गई. इलाजरत आठवीं कक्षा की छात्रा कोमल कुमारी ने बताया कि उसने पास बैठे प्रिंस कुमार नाम के छात्र की थाली में छिपकली देखा और जैसे ही बच्चे हल्ला करने लगे तुरंत प्रधानाध्यक ने छिपकली को प्लेट से फेंक दिया.
"हम लोग स्कूल में मध्याह्न भोजन कर रहे थे उसी समय मेरे पास बैठे छात्र प्रिंस कुमार की थाली में छिपकली देखने को मिली. सभी छात्रों ने शोर करना शुरू कर दिया. जिसके बाद वहां आए प्रधानाध्यक ने छिपकली को प्लेट से निकाल कर तुरंत फेंक दिया."- कोमल कुमारी, छात्रा
बच्चों की स्थिति बेहतर: वहीं इलाज कर रहे चिकित्सक की मानें तो कुछ बच्चों को शुरुआती दौर में चक्कर आने कि शिकायत की गई थी. इस बात की पुष्टि करते हुए बच्चो को स्लाइन चढ़ाने के साथ ही अन्य दवा दे दिया गया है. अन्य बच्चों में जहरीले भोजन के बाद के लक्षण नहीं होने की भी बात सामने है. इस बाबत जिला प्रशासन द्वारा जांच के आधार पर विज्ञप्ति के माध्यम से मध्याह्न भोजन के विषाक्त होने की बात को निराधार बताया जा रहा है. फिलहाल बच्चों की स्थिति बेहतर होने के बाद उन्हें घर जाने दिया गया.
"मध्याह्न भोजन में छिपकली होने की शिकायत के बाद कुछ बच्चों को चक्कर की समस्या आ रही थी. सभी बच्चों का अस्पताल में इलाज किया गया और उनकी स्थिति पहले से बेहतर है. उन्हें कुछ दवा ने के बाद घर भेज दिया गया है."-डॉक्टर