बांका: जिले के चांदन निवासी संतोष कुमार वर्मा ‘कियारा माइक्रोक्रेडिट बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड’ नामक फर्जी कंपनी चलाता था. इसी के नाम पर संतोष ने झारखंड के गोड्डा जिले के 301 लोगों को लोन दिलाने के नाम पर 9 लाख 70 हजार रुपये लेकर फरार हो गया था.
प्रलोभन देकर रखा था एजेंट
गोड्डा से चांदन आए कंपनी के चार युवकों ने संतोष कुमार वर्मा को उसके घर से धर दबोचा लिया, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले संतोष झांसा देकर भागने मे सफल हो गया. जानकारी के अनुसार उक्त कंपनी के नाम पर संतोष ने लोगों को मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर गोड्डा जिला के पथरगामा, ललमटिया, गोड्डा और सुंदर पहाड़ी प्रखंड में प्रतिमाह 18000/- रुपये और यात्रा भत्ता 3000/ रुपये देने का प्रलोभन देकर एजेंट नियुक्त किया था.
झारखंड के रहने वाले थे एजेंट
एजेंटों को एक लाख मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर प्रति व्यक्ति 3225 रुपये की वसूली कराई थी. पथरगामा निवासी देवीलाल मुर्मु, ललमटिया निवासी राजेश मुर्मु, गोड्डा के ठाकुर मुर्मु और सुंदरपहाडी के प्रिया किस्कु ने कुल 301 लोगों से 9 लाख 70 हजार लेकर कंपनी के डायरेक्टर चांदन निवासी संतोष कुमार वर्मा को दिया था. युवक रुपया लेकर वहां से फरार हो गया.
लोगों ने एजेंट से मांगनी शुरू की थी अपनी राशि
लोन नहीं मिलने पर जब लोगों ने एजेंट से अपनी दी गई राशि मांगनी शुरू किया, तो एजेंटों ने उसकी खोजबीन शुरू की. अंततः गुरुवार को शाम उसे चांदन बाजार स्थित आवास पर धर दबोचा और इसकी सूचना चांदन थाना पुलिस को दी, जब तक पुलिस वहां पहुंचती युवक कपड़े बदलने और अन्य कागजात लेने का झांसा देकर घर मे घुसा और पीछे के रास्ते से फरार हो गया.
पुलिस ने दिया मदद करने का आश्वासन
घटना की लिखित सूचना चांदन थाना को दे दी गई है. आवेदक ने बताया कि ऐसे कई अन्य एजेंटों से लाखों की वसूली कर वह युवक फरार होकर यहां आकर मस्ती कर रहा है. गोड्डा से आए पीड़ित लोगों ने चांदन थानाध्यक्ष को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग किया, लेकिन थानाध्यक्ष श्रवण कुमार ने पूरा मामला गोड्डा का होने का बता कर वहां आवेदन देने को कहा और पूरी मदद करने का भी आश्वासन दिया.