बांका: बिहार के बांका जिले के नगर थाना क्षेत्र के नवटोलिया मोहल्ला में एक मदरसा भवन में मंगलवार की सुबह अचानक विस्फोट (Blast in Madarsa) हो गया. विस्फोट में एक इमाम की मौत (Imam killed in blast) हो गई. बुधवार सुबह अज्ञात के एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों की माने तो मदरसे के अंदर IED ब्लास्ट हुआ था. हालांकि अभी इसकी पुष्टी नहीं हुई है.
मामले की छानबीन की जा रही है : डीआईजी
मौके पर पहुंचे डीआईजी ने बताया कि मामले की छानबीन कर रहे हैं. जांच के बाद भी कुछ भी कुछ कहा जा सकता है. उन्होने कहा कि हादसे बाद पूरा गांव खाली है ये भी जांच का विषय है.
'फॉरेंसिक टीम ( FSL) ने यहां से जांच के नमूने लिये हैं. तहकीत के बाद ही कुछ कहा जा सकता है किन परिस्थितियों में मदरसे की पूरी इमारत जमींदोज हो गई.' :- सुजीत कुमार, भागलपुर डीआईजी
हादसे बाद पूरा गांव खाली
हादसे के बाद में गांव में एक्का- दुक्का बुजुर्ग नजर आ रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान एक बुजुर्ग ने बताया कि हादसे में एक मौलवी की मौत हो गई है. लोग गांव में क्यों नहीं मुझे नहीं मालूम है.
मौलवी का तबलीगी जमात से था ताल्लुक!
नूरी मस्जिद के जांच के दौरान महरूम मौलाना अब्दुल मोमिन अंसारी से जुड़े कुछ अहम कागजात भी मिले हैं. जिसमें पता चला है कि मौलाना 17 मई को जिला प्रशासन से ई-पास लेकर उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित सौदग्राम किसी कार्य में गए हुए थे. इसके अलावा कुछ मेडिकल कागजात भी मलबे से बरामद हुआ है और सिलिंडर भी मिला है. सूत्रों से ये भी पता चला है कि महरूम मौलवी अब्दुल मोमिन का तबलीगी जमात से ताल्लुक था. हालांकि बांका पुलिस अभी तक पुष्टि नहीं की है.
ये भी पढ़ें : Banka Madarsa Blast: मदरसे के इमाम की मौत, FSL को विस्फोट में मिले बारूद के अंश
बक्से में रखा गया था बम
जानकारी के मुताबिक मदरसे के अंदर के कार्यालय में एक बक्से में बम था, जो बिस्फोट कर गया है. बम की क्षमता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मदरसा पूरी तरह जमींदोज हो गया और आसपास के कई घरों में भी दरारें आ गई हैं. बताया जा रहा है कि पिछले कई सालों से पास के गांव मजलिसपुर से इस गांव का विवाद चलता रहा है. बता दें कि नवटोलिया और मजलिसपुर गांव में 20 दिन पहले भी विवाद हुआ था. विवाद और मदरसे में रखे गए बम को एक साथ जोड़कर पुलिस जांच कर रही है.