बांका: लॉकडाउन का असर सबसे ज्यादा गरीब और दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवारों पर पड़ा है. इस वजह से कई परिवारोे के सामने भुखमरी की नौबत हो गई है. हालांकि सरकार की ओर से सुविधा मुहैया कराने की भरपूर कोशिश की जा रही है, फिर भी दूर दराज के कई ऐसे परिवार हैं जिन तक ये लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. जिले के कुछ पंचायत के दर्जनों परिवार भुखमरी के कगार पर आ गए हैं.
परेशान की इस घड़ी में सरकारी और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ-साथ कुछ स्वयंसेवी संस्था हैं जो इनकी मदद के लिए ही दिन-रात लगी है. यही वजह है कि इस दुख की घड़ी में इन परिवारों को सुबह से ही इनका इंतजार रहता है.
मदद के लिए आगे आए लोग
सीओ शंभु शरण राय और बीडीओ दुर्गाशंकर ने सुईया के घुटीया में रह रहे खानाबदोश परिवार को चावल और गेहूं उपलब्ध कराया. वहीं, कोरिया पंचायत के मुखिया मालतीदेवी और उनके पति पूर्व प्रमुख पलटन प्रसाद यादव ने अपने पंचायत के एक दर्जन गांव में साबुन और सेनेटाइजर का वितरण करवाया. उन्होंने गांव की महिला, पुरुष और बच्चों को घर में रहने की सलाह दी.
'लॉकडाउन जारी रहने तक करेंगे मदद'
बांका के पुनसिया निवासी जिप सदस्य रणवीर यादव ने प्रखंड के सिलजोरी पंचायत के दर्जन भर गांव के गरीब परिवारों को खिचड़ी का लंगर दिया जहां सैकड़ों गरीब परिवारों ने भरपेट खाना खाया. बिरनिया पंचायत के प्राणी सेवा संघ को ओर से भी अपने पंचायत के गरीब परिवारों को भोजन का सामान दिया गया. इसके अलावा भी कई सामाजिक और स्वयंसेवी संस्था, पूजा समिति और कई लोग हैं जो इनकी खुले मन से और खुले दिल से मदद कर रहे हैं. जिनका कहना है कि लॉकडाउन जारी रहने तक हम लोगों की मदद करते रहेंगे.