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बांका पैक्स चुनाव: सहकारिता पदाधिकारी पर रुपये लेकर नाम जोड़ने का आरोप, जमकर हो रही है धांधली

चांदन के पूर्व पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि जब तक सहकारिता पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन चांदन में बीसीओ रहेंगे, तब तक पैक्स का चुनाव सही ढंग से नहीं हो सकता, क्योंकि सहकारिता पदाधिकारी पैसे के बल पर पैक्स अध्यक्ष का मनोनयन करते हैं.

आरोप लगाते पैक्स उम्मीदवार और मतदाता
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Published : Nov 16, 2019, 11:04 PM IST

बांका: जिले में कुल 117 पैक्स का चुनाव विभिन्न चरणों में होना है. लेकिन चांदन प्रखंड में होने वाले 8 पैक्स के मतदाता सूची में सहकारिता पदाधिकारी की मिलीभगत से बहुत बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया गया है. इसके लिए बड़ी संख्या में सुधार का आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी चांदन और सहकारिता पदाधिकारी के पास जमा किए गए हैं.

पिछले चुनाव में भी सहकारिता पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन पर पैसा लेकर नाम जोड़ने और अपने पक्ष के उम्मीदवार के वोटरों का नाम मतदाता सूची में रखने और विरोधी का नाम हटाने का आरोप लगाया गया था. इस वर्ष होने वाले चुनाव में भी बड़ी संख्या में वर्तमान पैक्स अध्यक्ष के समर्थकों का नाम रखने और विरोधियों का नाम बड़ी संख्या में हटाने का आरोप लगाया गया है. वर्तमान में एक अध्यक्ष ने तो यहां तक कहा कि राजीव रंजन ने उन्हें कार्यालय बुला कर कहा कि अगर अध्यक्ष बनाना है तो 40 हजार रुपये मेरे पास जमा करो. इसके लिए हमें जो भी करना होगा हम करेंगे.

रेखा देवी (मतदाता)
रेखा देवी (मतदाता)

यहां मतदाताओं के नाम गायब
सबसे अधिक शिकायत कुसुमजोरी पंचायत से आईं हैं. यहां, जो लगातार कई चुनाव में मतदाता थे. उनका नाम पूरी तरह गायब है. जबकि ऐसे भी मतदाता सामने आए, जिनका कहना है कि उन्हें सिर्फ एक रुपये का वोट देने वाला सदस्य बनाया गया है. कुसुमजोरी के उमाकांत का कहना है कि उसका नाम जानबुझ कर मतदाता सूची में गलत दर्ज है, ऐसी ही शिकायत उसी पंचायत की रेखा देवी, सहदेव दास, रामदेव यादव, सहित कई दर्जन मतदाताओं ने की है. कुछ मतदाता ने बताया कि उनके पास कार्यकारिणी सदस्य होने का प्रमाण एवं 11 रुपये की रसीद भी उपलब्ध है. लेकिन उनका नाम 1 रुपये वाली सूची में दर्ज है. इससे वे सिर्फ वोट देने के अधिकारी है. उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है.

आरोप लगाते पैक्स उम्मीदवार और मतदाता

यह भी पढ़ें- बांका: 4 चरणों में होंगे पैक्स के चुनाव, 1.38 लाख मतदाता करेंगे वोट

पूर्व पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार का आरोप
वहीं, चांदन के पूर्व पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि जब तक यह चांदन में ये बीसीओ रहेंगे, तब तक पैक्स का चुनाव सही ढंग से नहीं हो सकता क्योंकि यह सहकारिता पदाधिकारी पैसे के बल पर पैक्स अध्यक्ष का मनोनयन करते हैं. अपनी मनमर्जी से मतदाता सूची तैयार करते हैं, जिसमें विरोधी की संख्या न के बराबर होती है इसलिए वो जिसे चाहेंगे, उसे पैक्स अध्यक्ष बना दिया जाएगा.

क्या बोले बीडीओ
बीडीओ दुर्गाशंकर ने कहा कि ऐसे सारे आरोप गलत हैं. कुछ मतदाताओं के नाम छूट गए हैं. इसके लिए आवेदन लिया जा रहा है. आवदेन मिलते ही उनका नाम जोड़ दिया जाएगा.

बांका: जिले में कुल 117 पैक्स का चुनाव विभिन्न चरणों में होना है. लेकिन चांदन प्रखंड में होने वाले 8 पैक्स के मतदाता सूची में सहकारिता पदाधिकारी की मिलीभगत से बहुत बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया गया है. इसके लिए बड़ी संख्या में सुधार का आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी चांदन और सहकारिता पदाधिकारी के पास जमा किए गए हैं.

पिछले चुनाव में भी सहकारिता पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन पर पैसा लेकर नाम जोड़ने और अपने पक्ष के उम्मीदवार के वोटरों का नाम मतदाता सूची में रखने और विरोधी का नाम हटाने का आरोप लगाया गया था. इस वर्ष होने वाले चुनाव में भी बड़ी संख्या में वर्तमान पैक्स अध्यक्ष के समर्थकों का नाम रखने और विरोधियों का नाम बड़ी संख्या में हटाने का आरोप लगाया गया है. वर्तमान में एक अध्यक्ष ने तो यहां तक कहा कि राजीव रंजन ने उन्हें कार्यालय बुला कर कहा कि अगर अध्यक्ष बनाना है तो 40 हजार रुपये मेरे पास जमा करो. इसके लिए हमें जो भी करना होगा हम करेंगे.

रेखा देवी (मतदाता)
रेखा देवी (मतदाता)

यहां मतदाताओं के नाम गायब
सबसे अधिक शिकायत कुसुमजोरी पंचायत से आईं हैं. यहां, जो लगातार कई चुनाव में मतदाता थे. उनका नाम पूरी तरह गायब है. जबकि ऐसे भी मतदाता सामने आए, जिनका कहना है कि उन्हें सिर्फ एक रुपये का वोट देने वाला सदस्य बनाया गया है. कुसुमजोरी के उमाकांत का कहना है कि उसका नाम जानबुझ कर मतदाता सूची में गलत दर्ज है, ऐसी ही शिकायत उसी पंचायत की रेखा देवी, सहदेव दास, रामदेव यादव, सहित कई दर्जन मतदाताओं ने की है. कुछ मतदाता ने बताया कि उनके पास कार्यकारिणी सदस्य होने का प्रमाण एवं 11 रुपये की रसीद भी उपलब्ध है. लेकिन उनका नाम 1 रुपये वाली सूची में दर्ज है. इससे वे सिर्फ वोट देने के अधिकारी है. उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है.

आरोप लगाते पैक्स उम्मीदवार और मतदाता

यह भी पढ़ें- बांका: 4 चरणों में होंगे पैक्स के चुनाव, 1.38 लाख मतदाता करेंगे वोट

पूर्व पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार का आरोप
वहीं, चांदन के पूर्व पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि जब तक यह चांदन में ये बीसीओ रहेंगे, तब तक पैक्स का चुनाव सही ढंग से नहीं हो सकता क्योंकि यह सहकारिता पदाधिकारी पैसे के बल पर पैक्स अध्यक्ष का मनोनयन करते हैं. अपनी मनमर्जी से मतदाता सूची तैयार करते हैं, जिसमें विरोधी की संख्या न के बराबर होती है इसलिए वो जिसे चाहेंगे, उसे पैक्स अध्यक्ष बना दिया जाएगा.

क्या बोले बीडीओ
बीडीओ दुर्गाशंकर ने कहा कि ऐसे सारे आरोप गलत हैं. कुछ मतदाताओं के नाम छूट गए हैं. इसके लिए आवेदन लिया जा रहा है. आवदेन मिलते ही उनका नाम जोड़ दिया जाएगा.

Intro:बांका जिले में कुल 117 पैक्स का चुनाव विभिन्न चरणों मे होना है। लेकिन चांदन प्रखंड के में होने वाले 8 पैक्स के मतदाता सूची में सहकारिता पदाधिकारी की मिलीभगत से बहुत बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया गया है।
Body:इसके लिए बड़ी संख्या में सुधार आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी चांदन और सहकारिता पदाधिकारी के पास जमा किया गया है । पिछले चुनाव में भी इसी सहकारिता पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन पर पैसा लेकर नाम जोड़ने और अपने पक्ष के उम्मीदवार के वोटरों का नाम मतदाता सूची में रखने और विरोधी का नाम हटाने का आरोप लगाया गया था ।जबकि इस वर्ष होने वाले चुनाव में भी बड़ी संख्या में वर्तमान पैक्स अध्यक्ष के समर्थकों का नाम रखने और विरोधियों का नाम बड़ी संख्या में हटाने का आरोप लगाया गया है। वर्तमान में एक अध्यक्ष ने तो यहां तक कहा कि बीसीओ राजीव रंजन द्वारा उसे कार्यालय बुला कर कहा गया कि अगर अध्यक्ष बनाना है तो 40 हजार रुपये मेरे पास जमा करो इसके लिए हमें जो भी करना होगा हम करेंगे। जबकि कई पंचायतों में मतदाताओं का नाम ही गायब कर दिया गया है। सबसे अधिक।शिकायत कुसुमजोरी पंचायत से आया है। जो लगातार कई चुनाव में मतदाता थे उसका नाम पूरी तरह गायब है ।जबकि ऐसे भी मतदाता सामने आए इनका कहना है कि उसे सिर्फ एक रुपये का वोट देने वाला सदस्य बनाया गया है। कुसुमजोरी के उमाकांत का कहना है कि उसका नाम जानबुझ कर मतदाता सूची में गलत दर्ज है।वैसी ही शिकायत उसी पंचायत के रेखा देवी,सहदेव दास, रामदेव यादव,सहित कई दर्जन मतदाताओं का नाम जानबूझ कर गायब कर दिया गया है। कुछ मतदाता ने बताया कि उसके पास कार्यकारिणी सदस्य होने का प्रमाण एंव 11 रु का रसीद भी उपलब्ध है पर उसका नाम 1 रु वाली सूची में दर्ज है।जिससे वे सिर्फ वोट देने के अधिकारी है।उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नही है। वही चांदन के पूर्व पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार बच्चों का सीधा आरोप है कि जब तक यह चांदन में रहेगा तब तक पैक्स का चुनाव सही ढंग से नहीं हो सकता क्योंकि यह टेक्स सहकारिता पदाधिकारी पैसे के बल पर पैक्स अध्यक्ष का मनोनयन करते हैं और अपनी मनमर्जी से मतदाता सूची तैयार करते हैं जिसमें विरोधी की संख्या नगण्य होती है इसलिए वही जिसे चाहेंगे उसे पैक्स अध्यक्ष बना दिया जाएगा।

Conclusion:इस संबंध में पूछने पर बीसीओ राजीव रंजनऔऱ बीडीओ दुर्गाशंकर ने कहा कि ऐसा सारा आरोप गलत है। कुछ मतदाताओं का नाम छूट गया है। जिसके लिए आवेदन लिया जा रहा है। और उसका नाम जोड़ दिया जाएगा।

बाईट बीडीओ दुर्गाशंकर
आरोप कर्ता अवध वर्णवाल, उमाकांत पोद्दार,रेखा देवी,रामदेव यादव
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