बांका: जिले में कांवरिया पथ के किनारे बसे गांव के किसान श्रावणी मेले की उम्मीद टूटने के बाद धान की खेती करने लगे हैं. मानसून के आगमन के कारण किसान अपने अपने खेतों में धान रोपनी कर रहे हैं. वहीं कोरोना महामारी की वजह से सरकार की ओर से जारी प्रतिबंध के कारण इस बार सावन में किसी तरह के मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि कांवरिया पथ के किनारे के दर्जनों गांव के लोग सावन से पहले खेती के काम को निपटा कर मेले की तैयारी में जुट जाते थे. माना जाता है कि सावन में की गई कमाई से ये लोग साल भर का खर्चा चलाते थे. लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण यह संभव नहीं हो पाएगा.
मक्का नहीं बिकने से किसान परेशान
बता दें कि इस साल मक्का की भी बिक्री नहीं होने से किसान परेशान हैं. कांवरिया पथ में मक्का की सबसे अधिक बिक्री गोड़ियारी नदी, आसाम धर्मशाला और इनारावरण जगह पर काफी होती थी. इससे किसान साल भर अपने घरों का खर्चा चलाते थे, लेकिन इस बार किसानों को अपना मक्का बाजारों में ही बेचना पड़ेगा.