बांका: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत रोज कमाने-खाने वालों को हो रही है. उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. जिले के ई-रिक्शा चालकों की स्तिथि भी यही है. ये चालक मंगलवार को डीएम को आवेदन देने पहुंचे, लेकिन उन्हें मुलाकात करने नहीं दिया गया.
लोन पर खरीदा ई-रिक्शा
रिक्शा चालक विजय कुमार चौधरी ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से पिछले दो महीने से घर पर बेरोजगार होकर बैठे हैं. वाहन घर पर खड़ा है. अधिकांश लोगों ने किसी तरह पैसे जुगाड़ कर लोन पर ही इसे खरीदा था. गाड़ी खड़ी रहने की वजह से बैटरी खराब होने लगी है. स्थिति ऐसी आ पड़ी है कि बैटरी बदलने तक के पैसे नहीं हैं. आर्थिक तंगी से हालात बद-से-बदतर होते जा रहे हैं और परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. इसलिए डीएम को आवेदन देकर ई-रिक्शा चलाने की अनुमति देने का आग्रह कर रहे हैं.
डीएम से नहीं हो रही मुलाकात
वहीं, चालक नंदन कुमार राय ने बताया कि डीएम से जब भी मिलने पहुंचते हैं हमें मिलने नहीं दिया जाता है. कर्मी के पास कोई-न-कोई बहाना हमेशा तैयार रहता है. गेट पर ही हमेशा रोक दिया जाता है. आज भी यही हुआ. चालक ने बताया कि गाड़ी नहीं चलने के कारण 8 परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया है. सड़क पर परिवहन कर दिया गया है. पुलिस वाले डंडे मारकर भगा रहे हैं. गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं मिली तो आत्महत्या करने की नौबत आ जाएगी.