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डीलरों के लिए परेशानी का सबब बना ई-पॉश मशीन, लाभुकों को नहीं मिल पा रहा राशन

डीलर अश्वनी कुमार ने बताया कि जब से ई-पॉश मशीन आया है. तब से ग्राहक और डीलरों की परेशानी बढ़ गई है. मशीन को दिनभर चार्ज में लगाकर काम करना पड़ता है. फिर भी सर्वर काम नहीं करता है.

ई पॉश मशीन
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Published : Jan 15, 2020, 5:07 PM IST

बांकाः सरकार ने अनाज की कालाबाजारी रोकने के लिए डीलरों को ई-पॉश मशीन का उपयोग करने का निर्देश दिया है. लेकिन कुछ जगहों पर मशीन की वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई जगहों पर सर्वर स्लो रहने की वजह से किसी ग्राहक का अंगूठा मैच नहीं हो पाता है, तो कहीं आंखों की रेटिना स्कैनिंग नहीं हो पाती है. वहीं, कई बार मशीन की लिस्ट में उपभोक्ता का नाम ही नहीं रहता है. ऐसे में उपभोक्ताओं को अपना राशन लेने में काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है.

मशीन को ट्रैक करने के लिए लगाया गया है सिम
ई-पॉश मशीन में क्षेत्र के ग्राहकों की सूची दी गई है. मशीन में सभी उपभोक्ताओं का आधार कार्ड लिंक है. यह मशीन चार्जेबल और मोबाइल फोन की तरह काम करती है. इसमें सरकार की ओर से सिम भी लगाया गया है. जिससे मशीन को ट्रैक किया जा सकता है. इसमें राशन कार्ड होल्डर के एक भी सदस्य बायोमैट्रिक्स के माध्यम से मैच कर जाता है, तो सभी मेंबर को राशन दिया जाता है.

banka
राशन लेने के लिए पहुंचे लाभुक
पहले मैनुअल तरीके से मिलता था अनाज
ई-पॉश मशीन की वजह से ग्राहकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. अनाज लेने पहुंची एक लाभुक ने बताया कि पहले समय पर मैनुअल तरीके सभी को राशन मिल जाता था. जब से सरकार की ओर से ई-पॉश मशीन लागू किया गया है. तो कभी सर्वर नहीं मिलता है, तो कभी अंगूठे का स्कैन नहीं हो पाता है. लोगों का कहना है कि यदि सरकार अगर उचित सर्वर उपलब्ध कराए तो उपभोक्ताओं को अनाज समय पर मिल सकेगा और परेशानी भी कम होगी.
देखें पूरी रिपोर्ट
मशीन ने डीलरों की बढ़ाई परेशानी
डीलर अश्वनी कुमार ने बताया कि जब से ई-पॉश मशीन आया है. तब से ग्राहक और डीलरों की परेशानी बढ़ गई है. मशीन को दिनभर चार्ज में लगाकर काम करना पड़ता है. फिर भी सर्वर काम नहीं करता है. मशीन में जीपीआरएस दिया गया है. जो लिंक फेल रहने के कारण कनेक्ट नहीं हो पाता है. ऐसे में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

बांकाः सरकार ने अनाज की कालाबाजारी रोकने के लिए डीलरों को ई-पॉश मशीन का उपयोग करने का निर्देश दिया है. लेकिन कुछ जगहों पर मशीन की वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई जगहों पर सर्वर स्लो रहने की वजह से किसी ग्राहक का अंगूठा मैच नहीं हो पाता है, तो कहीं आंखों की रेटिना स्कैनिंग नहीं हो पाती है. वहीं, कई बार मशीन की लिस्ट में उपभोक्ता का नाम ही नहीं रहता है. ऐसे में उपभोक्ताओं को अपना राशन लेने में काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है.

मशीन को ट्रैक करने के लिए लगाया गया है सिम
ई-पॉश मशीन में क्षेत्र के ग्राहकों की सूची दी गई है. मशीन में सभी उपभोक्ताओं का आधार कार्ड लिंक है. यह मशीन चार्जेबल और मोबाइल फोन की तरह काम करती है. इसमें सरकार की ओर से सिम भी लगाया गया है. जिससे मशीन को ट्रैक किया जा सकता है. इसमें राशन कार्ड होल्डर के एक भी सदस्य बायोमैट्रिक्स के माध्यम से मैच कर जाता है, तो सभी मेंबर को राशन दिया जाता है.

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राशन लेने के लिए पहुंचे लाभुक
पहले मैनुअल तरीके से मिलता था अनाज
ई-पॉश मशीन की वजह से ग्राहकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. अनाज लेने पहुंची एक लाभुक ने बताया कि पहले समय पर मैनुअल तरीके सभी को राशन मिल जाता था. जब से सरकार की ओर से ई-पॉश मशीन लागू किया गया है. तो कभी सर्वर नहीं मिलता है, तो कभी अंगूठे का स्कैन नहीं हो पाता है. लोगों का कहना है कि यदि सरकार अगर उचित सर्वर उपलब्ध कराए तो उपभोक्ताओं को अनाज समय पर मिल सकेगा और परेशानी भी कम होगी.
देखें पूरी रिपोर्ट
मशीन ने डीलरों की बढ़ाई परेशानी
डीलर अश्वनी कुमार ने बताया कि जब से ई-पॉश मशीन आया है. तब से ग्राहक और डीलरों की परेशानी बढ़ गई है. मशीन को दिनभर चार्ज में लगाकर काम करना पड़ता है. फिर भी सर्वर काम नहीं करता है. मशीन में जीपीआरएस दिया गया है. जो लिंक फेल रहने के कारण कनेक्ट नहीं हो पाता है. ऐसे में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
Intro:ई-पॉश मशीन में हमेशा सर्वर स्लो रहने की वजह से लाभुकों को खाद्यान्न के लिए तीन से चार दिन का लगाना पड़ रहा है चक्कर। आधार कार्ड मिसमैच अंगूठा और आंख के रेटिना स्कैन नहीं होने से लाभुकों को झेलना पड़ रहा है परेशानी।


Body:- सरकार ने अनाज की कालाबाजारी को रोकने के लिए लाया ई-पॉश मशीन

- सर्वर स्लो रहने से लाभुकों को हो रही है परेशानी

- अनाज के लिए लाभुकों को 3 से 4 दिन तक का लगाना पड़ रहा है चक्कर

- ग्राहक का अंगूठा और आंख का रेटीना मैच नहीं करने से हो रही है परेशानी

- चार्जेबल मोबाइल फोन की तरह काम करता है ई-पॉश मशीन

- ई-पॉश मशीन आने के बाद डीलरों और ग्राहकों की बढ़ गई है परेशानी

- सर्वर स्लो रहने पर मशीन काम करने में समस्या करती है उत्पन्न

बांका।अनाज की कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने डीलरों को ई-पॉश मशीन का उपयोग करने का निर्देश दिया है। लेकिन कुछ जगहों पर मशीन की वजह से उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सर्वर स्लो रहने की वजह से कहीं किसी ग्राहक का अंगूठा मैच नहीं हो पा रहा तो कहीं आंख के रेटिना का स्कैनिंग नहीं हो पा रहा है। कहीं मशीन की लिस्ट में किसी का नाम नहीं है। ऐसे में उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पा रहा है।

मशीन को ट्रैक करने के लिए लगाया गया है सिम
ई-पॉश मशीन में पहले से क्षेत्र के ग्राहकों की सूची दी गई है। इस मशीन में सबका आधार कार्ड लिंक्ड है। यह मशीन चार्जेबल और मोबाइल फोन की तरह काम करती है। इस मशीन में सरकार की ओर से सिम भी लगाया गया है। ताकि मशीन को ट्रैक किया जा सके। वहीं इसमें सुविधा दी गई है कि अगर राशन कार्ड होल्डर के एक भी सदस्य बायोमैट्रिक्स के माध्यम से मैच कर जाता है तो सभी मेंबर को राशन दे दिया जाएगा।

ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बना ई-पॉश मशीन
ई-पॉश मशीन की वजह से ग्राहकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस मशीन में पहले से ग्राहकों की सूची और आधार कार्ड को लिंक किया गया है। लेकिन ग्राहक जब अपने नजदीकी राशन डीलर के यहां राशन लेने जा रहे हैं तो वहां अंगूठा मैच नही हो पा रहा है। अनाज लेने पहुंची अर्चना देवी ने बताया कि पहले अनाज जल्दी मिल जाता था। मशीन आने के बाद लगातार परेशानियां उत्पन्न हो रही है। पहले किसी को भेज देने पर डीलर राशन दे देते थे। अब परेशानी यह है कि अब पति-पत्नी दोनों का आधार कार्ड मांगा जाता है। राशन कार्ड जिनके नाम से है उनको भी खोजा जाता है। यहां आने पर पता चलता है कि मशीन काम नहीं कर पा रहा है। जिससे लगातार तीन से चार दिनों का चक्कर लगाना पड़ता है।

पहले मैनुअल तरीके से मिल जाता था अनाज
पहले मैनुअल तरीके से मिलता था समय पर सभी को राशन मिल जाता था जब से ई-पॉश मशीन सरकार द्वारा लागू किया गया है। कभी सर्वर नहीं मिलता है तो कभी अंगूठे का स्कैन नहीं हो पाता है। अगर लिंक रहता भी है तो आंख के रेटिना का मशीन स्कैम नहीं कर पाता है। सरकार अगर उचित सर्वर उपलब्ध कराए तो उपभोक्ताओं को अनाज समय पर मिल सकेगा और परेशानी भी कम होगी।

मशीन ने डीलरों की बढ़ाई परेशानी
डीलर अश्वनी कुमार ने बताया कि जब से ई-पॉश मशीन आया है तब से ग्राहकों और डीलरों की परेशानी बढ़ गई है। मशीन को दिनभर चार्ज में लगाकर काम करना पड़ रहा है। फिर भी सर्वर काम नहीं करता है। मशीन में जीपीआरएस दिया गया है। वह काम नहीं करता है। अगर अपना वाईफाई से कनेक्ट करते हैं तो भी काम नहीं करता है। लिंक फेल रहने के कारण कनेक्ट नहीं हो पाता है।


Conclusion:सर्वर हमेशा समस्या करती है उत्पन्न
डीलर अश्वनी कुमार ने बताया कि किसी भी कार्डधारी का अंगूठा लेने पर अगर अंगूठा स्क्रैच रहता है तो आंख के रेटिना का स्कैन मशीन से करते है तो लाभुक पलक झपक देता है। जिससे बायोमैट्रिक्स काम नहीं करता है। सर्वर काम नहीं करने से मशीन हमेशा समस्या उत्पन्न करती है। अगर सर्वर सही से मिले तो काम करने में आसानी होगी और लाभुकों को परेशानी भी नहीं होगी।

बाईट- अर्चना देवी, लाभुक
बाईट- प्रवीण कुमार पंडित, लाभुक
बाईट- अश्वनी कुमार, डीलर
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