बांका: जिले के रजौन प्रखंड स्थित सामुदायिक भवन के दो बार उद्घाटन को लेकर पूर्व और वर्तमान विधायक तो आमने-सामने थे ही. अब इस राजनीति में जिला प्रशासन भी कूद पड़ा है. दरअसल, पूर्व विधायक मनीष कुमार की शिकायत के बाद एसडीएम मनोज कुमार चौधरी ने सामुदायिक भवन पहुंचकर धोरैया विधायक भूदेव चौधरी और उनके समर्थकों को खाली करने को कहा. लेकिन भूदेव चौधरी ने एसडीएम को स्पष्ट कहा कि यह सामुदायिक भवन आम लोगों का है. जो करना है कर लीजिए, इस भवन को खाली नहीं किया जाएगा.
रजौन थाना में प्राथमिकी दर्ज
एसडीएम को बगैर खाली कराए वापस लौटना पड़ा. बदले की भावना से प्रेरित होकर जिला प्रशासन ने मामले को लेकर भूदेव चौधरी और उनके समर्थकों पर कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन और दोबारा उद्घाटन करने को लेकर रजौन थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया है.
पटेल भवन का उद्घाटन
धोरैया के पूर्व विधायक मनीष कुमार का कहना है कि 3 सिंतबर 2019 को मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत रजौन में पटेल भवन का उद्घाटन किया था. लेकिन, जिस तरह से वर्तमान विधायक भूदेव चौधरी ने पूर्व प्रतिनिधि के शिलापट्ट को कबाड़ कर अपना नाम लिखवा दिया है. वह अमर्यादित है. जबकि भूदेव चौधरी को विधायक बने एक महीना ही हुआ है.
सामुदायिक भवन पर कब्जा
अभी उनके पास कोई योजना भी नहीं है कि इस तरह के भवन का वह निर्माण करा सके. इस तरह के कार्य औछी राजनीति और मानसिकता को दर्शाता है. प्रशासनिक स्तर पर जरूर कार्रवाई होगी. वर्तमान विधायक पर मामले को लेकर केस भी दर्ज हो गया है. उनके द्वारा सामुदायिक भवन पर कब्जा भी जमा लिया गया है. इसका फुटेज भी है. जिसमें एसडीएम को विधायक खाली नहीं करने की बात कह रहे हैं.
कोविड-19 के प्रोटोकॉल का उल्लंघन
धोरैया के वर्तमान विधायक भूदेव चौधरी ने बताया कि साफ जाहिर हो चुका है कि यह सामुदायिक भवन है. इसकी राशि विधायक ने नहीं दी है और इस सामुदायिक भवन में पूर्व विधायक ने अपना निजी आवास घोषित कर कब्जा कर रखा था. धोरैया के सीईओ ने जो मुकदमा दर्ज किया है, उसमें आरोप लगाया गया है कि सामुदायिक भवन के उद्घाटन समारोह में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है. 70 से 80 लोग एकत्रित हुए थे. जिसमें किसी ने मास्क नहीं लगाया है.
औछी राजनीति का आरोप
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने भी अलग से प्राथमिकी दर्ज कराई है. जबकि जिला प्रोग्राम पदाधिकारी एजेंसी है, उसे मुकदमा दर्ज कराने का कोई अधिकार नहीं है. पूर्व विधायक जो औछी राजनीति का आरोप लगा रहे हैं, स्पष्ट करें कि यह सामुदायिक भवन नहीं है. मैंने सोच समझकर और छानबीन करने के बाद ही डॉ. अंबेडकर के नाम पर सामुदायिक भवन का उद्घाटन करने का सही काम किया है और कोई गुनाह नहीं किया है.
क्या कहते हैं सीओ
रजौन के सीओ निलेश चौरसिया ने बताया कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल उल्लंघन को लेकर विधायक भूदेव चौधरी सहित उनके समर्थकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. सामुदायिक भवन कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान 70 से 80 लोग एकत्रित हुए थे और किसी ने मास्क तक नहीं लगाया था. न ही सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई थी. कोविड-19 के प्रोटोकॉल को दरकिनार करने के मामले को लेकर विधायक भूदेव चौधरी और उनके 70 से 80 समर्थकों पर रजौन थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है. इसके अलावा योजना एवं विकास विभाग के डीपीओ के द्वारा एक ही भवन के दो बार उद्घाटन के मामले को लेकर रजौन थाने में ही प्राथमिकी दर्ज करवाया गया है.