बांका: जल जीवन हरियाली यात्रा के सातवें चरण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चांदन डैम पहुंचे. वहां उन्होंने प्रदर्शनी देखकर शराबबंदी कानून को लेकर संतोष जाहिर किया. सतत जीविकोपार्जन योजना से जिले में शराबधंधा छोड़ चुके 603 लाभुकों को रोजगार के लिए 60 हजार से एक लाख तक की राशि दी जा चुकी है. इसमें महिलाओं को विशेष लाभ दिया जा रहा है.
शराब का धंधा छोड़ चुके लोगों को लाभ
जिला में शराब का धंधा छोड़ चुके लोगों को 7 महीने तक बिजनेस खड़ा करने के लिए एक हजार रुपये प्रति महीना के साथ घरेलू उपयोग के सामान नि:शुल्क दिए गए हैं. समूह में वृहत रोजगार के लिए 3 करोड़ 61 लाख 80 हजार रुपये मुहैया कराए गए.
शराब बनाने वाली महिलाओं के लिए विशेष लाभ
शराब बनाने वाली महिलाओं को भी विशेष लाभ दिया गया है. जिला परियोजना प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि 1019 महिला स्वयं सहायता समूह का निर्माण कर 15 करोड़ 28 लाख 50 हजार का ऋण मुहैया कराया गया है. इससे शराब बनाने वाली महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका मिलेगा, वे अपना रोजगार कर सकेंगी.
ग्रामीणों को मिला अन्य लाभ
नीतीश कुमार के आवागमन पर कृषि के क्षेत्र में किसानों को प्रेरित करने के लिए ट्रैक्टर सहित कई अत्याधुनिक कृषि यंत्र दिए गए. वर्तमान में ये योजना धोरैया, रजौन, फुल्लीडुमर, बेलहर, बौसी और बांका प्रखंड में चल रहा है. अगली फेज में कटोरिया, चांदन सहित अन्य प्रखंडों को भी इसमें शामिल किया जाएगा. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत बेटी के जन्म पर उन्हें बधाई संदेश के साथ पहले दिये जाने वाले 1400 के बदले 2000 की राशि देने का निर्देश दिया.
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