बांका : सीएम नीतीश बिहार के बांका में समाधान यात्रा पर थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उपेन्द्र कुशवाहा पर पलटवार किया. उन्होंने जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को साफ-साफ कहा कि पार्टी में रहना है तो रहें, नहीं तो आप जहां चाहे जा सकते हैं. एक बार फिर उन्होंने संकेत दिया कि पार्टी डायरेक्ट उपेन्द्र कुशवाहा को फायर नहीं करेगी. बल्कि उन्हें खुद ही अपना विकल्प तलाश करना है.
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मुख्यमंत्री नीतीश का कुशवाहा पर पलटवार: सीएम नीतीश ने कहा कि अगर कोई किसी विषय पर बार-बार बोलता है तो वह किसी का प्रचार माध्यम बन जाता है. जब मीडिया कर्मियों ने उनसे पूछा कि क्या उपेन्द्र कुशवाहा प्रकरण के पीछे बीजेपी है तो उन्होंने कहा कि थोड़ा इंतजार करिए खुद ब खुद सब सामने आ जाएगा. उपेन्द्र कुशवाहा के बारे में बोलते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि वो पार्टी में दो बार पार्टी छोड़कर जा चुके हैं. तीसरी बार भी उन्हें मौका दिया. लेकिन इन दो महीनों में ऐसा क्या हो गया कि उन्होंने अपना स्टैंड बदल लिया.
''उपेंद्र कुशवाहा पता नहीं किसकी भाषा बोल रहे हैं. उनको जहां जाना है चले जाएं, निर्णय उन्हीं को लेना है. उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू के साथ आए तो सब लोगों ने उन्हें खूब आदर दिया. हम खुद कुशवाहा को इज्जत देते रहें, लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि वे ऐसी भाषा बोलने लगे. दो महीने के अंदर ऐसा क्या हो गया समझ में नहीं आ रहा है.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
किसका प्रचार कर रहे उपेन्द्र?: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले पर रोज बोलना और उसके प्रचार का मतलब है कि किसी और के लिए बोल रहा है तो इसका प्रचार हो रहा है. कुशवाहा हमारी पार्टी को छोड़कर दो बार जा चुके थे बावजूद इसके तीसरी बार उनको मौका दिया गया. ऐसे में जब किसी का प्रचार हो रहा हो तो समझ जाइए कि कहां से प्रचार हो रहा है.
क्या है मामला?: बता दें कि कल ही उपेन्द्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर लेटर पोस्ट करके एक लेटर जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था किहमने पत्र में सारी बातें लिख दी हैं. हमारी बातों पर मुख्यमंत्री ध्यान नही दे रहें. आरजेडी की ओर से जो भी डील हुई है वो मुझे जानना है. पार्टी में हर समाज के लोग हैं. पार्टी बर्बाद होगी तो कई लोगों के अरमान ध्वस्त होंगे. हम दल को छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. हम चाहते हैं कि दल ही मजबूत हो.