बांकाः जिले भर की आशा-ममता कार्यकताओं ने अपनी पूर्व के बकाया मानदेय के भुगतान के अलावा 11 सूत्री मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में विशाल प्रदर्शन किया. साथ ही अपना मांग पत्र भी सिविल सर्जन को सौंपा. इस संबंध में सिविल सर्जन ने पांच सदस्यों के एक शिष्टमंडल से बातचीत कर कहा कि उनकी मांग से संबंधित सारी जानकारी सरकार तक पहुंचा दी जाएगी.
ममता कार्यकताओं की 11 सूत्री मांग
बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के संबंध में आशा ममता कोरियर संघर्ष समिति ने शनिवार को बांका जिला के मुख्यालय में विशाल जनसमूह के साथ धरना प्रदर्शन किया और अपनी 11 सूत्री मांग वाला पत्र बांका के सिविल सर्जन को दिया. इस अवसर पर विशाल जनसमूह के बीच आशा, ममता कार्यकर्ताओं ने बैनर के साथ पूरे बांका जिले में प्रदर्शन किया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की. इनके मुख्य मांगों में बिहार की जनता को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा, सरकारी संस्थानों में सरकारी कर्मचारी और चिकित्सक से उपलब्ध कराया जाना. आयुष्मान भारत का पद सृजित करते हुए उन पदों के विरुद्ध ममता कोरियर की सेवा स्थाई करने और उन्हें 18 हजार मासिक भुगतान करने की भी मांग थी.
आंदोलन रहेगा जारी
बांका जिले में प्रदर्शन के दौरान कई जगह प्रदर्शनकारियों ने अपने कर्मियों को संबोधित करते हुए, अपनी मांगों के लिए लगातार आंदोलन करने की बात भी कही. इस अवसर पर मुख्य रूप से आशा जिला मंत्री अजय कुमार चौहान, कोषाध्यक्ष सत्तन ठाकुर, आशा संघ महामंत्री जिला मंत्री पुरुषोत्तम ठाकुर, के अलावे सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य कर्मी, आशा ममता कार्यकर्ता उपस्थित थे. इन्होंने बताया कि जब तक इनकी सभी मांगो को सरकार मान नहीं लेती है. तब तक यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा.