बांकाः चांदन प्रखंड के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अधिकतम राशि आवंटित हो जाने के बाद भी अभिकर्ताओं ने भवन निर्माण कार्य पूरा नहीं किया है. जिसको लेकर सरकार सख्त हो गई है. वहीं बीडीओ दुर्गाशंकर का कहना है कि चांदन प्रखंड के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अधिकतम राशि मिल जाने के बावजूद भवन निर्माण पूरा नहीं करने वाले अभिकर्ताओं पर पहले नोटिस भेज कर भवन पूरा करने का समय दिया जाएगा. फिर भी भवन पूरा नहीं हुआ तो उन पर प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
झोपड़ी के नीचे चला रहे आंगनबाड़ी केंद्र
बांका जिले के चांदन प्रखंड के कुल 17 पंचायतों में तीन साल पूर्व राशि निकासी के बावजूद 30 आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण का काम अधूरा पड़ा है. जिस कारण यह सभी आंगनबाड़ी केंद्र या तो पेड़ों के नीचे या तो झोपड़ी में चल रहा है. जबकि कुछ केंद्र अभी भी सेविका नियम कानून को ताख पर रखकर अपने घर में चला रही है.
आदेश की लगातार हो रही अनदेखी
पूर्व के जिलाधिकारी ने अधूरे आंगनबाड़ी केंद्र को देर से न पूरा करने के निर्देश दिया था. जिस पर पूरा नहीं करने की स्थिति में अभिकर्ता पर प्राथमिकी तक दर्ज करने का आदेश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया जा चुका था. लेकिन, जिलाधिकारी के बदलते ही यह मामला फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र
आंगनबाड़ी केंद्र अभिकर्ता में चांदन प्रखंड विकास पदाधिकारी के सरकारी जीप चालक महेश विद्यार्थी हैं. जिस पर कार्रवाई करने से बीडीओ खुद कतरा रहे हैं. जबकि कई निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र में पंचायत सचिव अभिकर्ता हैं. जिसका तबादला दूसरे प्रखंड में हो चुका है. इस सम्बंध में सीडीपीओ वंदना दास ने बताया कि भवन निर्माण में हमारे विभाग का कोई योगदान नही है. इसलिए हम लोगों ने जिलाधिकारी को अधूरे भवन की सूची देकर आंगनबाड़ी की कठिनाई से अवगत करा दिया गया है.