अरवल: जिले में प्रवासी बिहारी मजदूरों के आगमन को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पूरी तरह से तैयारियां कर ली गई है. जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताता कि जिले में 32000 लोगों का आगमन लगभग होने वाला है. जिसमें लगभग 13000 लोग जिले में विभिन्न क्वारंटीन सेंटर में पहुंच चुके हैं. डीएम ने बताया कि अरवल जिले में प्रखंड मुख्यालयों में 40 सेंटर बनाए गए हैं. साथ ही साथ जिले के पंचायत मुख्यालयों में भी 200 क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि लोगों को किसी तरह की समस्या नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा खाने-पीने और रहने की व्यवस्था भी की गई है.
'वैश्विक महामारी में करें सहयोग'
जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि अरवल जिले में विभिन्न राज्यों से ट्रेन से प्रवासी मजदूर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो साइकल या बाइक से अपने घर आ रहे हैं. ऐसे में डीएम ने आम लोगों से भी अपील की कि कोई भी बिहारी प्रवासी प्रशासन को बगैर बताए घर जाए तो उसे तत्काल भी सेंटर पहुंचाने का काम करें. उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि इस काम में सहयोग करें. अरवल जिले में 200 पंचायत स्तर पर क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें सारी व्यवस्थाएं जिला प्रशासन के द्वारा कराई गई है. डीएम ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 में सभी लोगों का सहयोग जरूरी है.
DM की लोगों से अपील
अरवल के डीएम ने जिले के सभी जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील की कि अपने-अपने क्षेत्रों में बाहर से आने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखें. डीएम ने कहा कि अभी तक अरवल जिले में जितने भी कोविड-19 के पॉजिटिव केस आए हैं. वह बाहर से आने वाले लोग ही हैं. उन्होंने कहा कि जिले के सभी सक्रिय लोगों को आगे आकर प्रशासन के हाथों की मदद करनी चाहिए. क्वारंटीन सेंटर में किसी भी तरह की समस्या हो, तो सीधे जिला अधिकारी के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि मेडिकल टीम के द्वारा क्वारंटीन सेंटर में रह रहे लोगों को नियमित रूप से जांच की जा रही है, उनका सैंपल भी लिया जा रहा है.