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पीएम नरेंद्र मोदी और प्रियंका चोपड़ा ने अरवल में कराया Covid Test! जानें पूरा मामला

बिहार के अरवल में पीएम मोदी और प्रियंका चोपड़ा ने कोविड टेस्ट कराया है. आरटीपीसीआर जांच में इनके साथ गृह मंत्री अमित शाह और सोनिया गांधी जैसे शख्सियतों के नाम भी हैं. जानें पूरा मामला...

PM मोदी और प्रियंका चोपड़ा ने कराया कोविड टेस्ट
PM मोदी और प्रियंका चोपड़ा ने कराया कोविड टेस्ट
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Published : Dec 6, 2021, 3:10 PM IST

Updated : Dec 6, 2021, 7:42 PM IST

अरवलः देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सोनिया गांधी और बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जैसे शख्सियतों की कोविड टेस्ट बिहार में (PM Modi And Priyanka Chopra Covid test in Arwal) की गई है. जी हां, आरटीपीसीआर जांच का यह फर्जीवाड़ा बिहार के अरवल जिले के करपी पीएचसी में (Fraud in Covid RT PCR Test In Arwal) हुआ है. मामला उजागर होते ही अधिकारी टेंशन में आ गए हैं.

इसे भी पढ़ें- भैंस चोरी की शिकायत लेकर जनता दरबार पहुंची महिला, मिलने से रोका गया

इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मामले में संज्ञान लिया है.

"स्वास्थ्य विभाग के ध्यान में विषय आने के बाद तुरंत वहां के चिकित्सा पदाधिकारी ने कार्रवाई की. जो डाटा एंट्री ऑपरेटर था, उसे सेवा से बाहर किया गया है. उसपर कानूनी कार्रवाई की गई है. आगे भी जिस कार्रवाई की जरुरत होगी, वो की जाएगी. हमने अरवल के जिलाधिकारी से बात की है. जिले के और भी जो अन्य अस्पताल हैं, उनसब की भी जांच करने का निर्देश दिया गया है. यह तकनीकी चीजें हैं. किसी भी काम में जिस व्यक्ति को लगाया जाता है, जरुरी है कि वह पूरी गंभीरता से काम करे. अगर किसी तरह की त्रुटि पाई जाती है, तो उसपर कार्रवाई की जाती है."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार

अरवल आरटीपीसीआर जांच फर्जीवाड़ा कांड: जानें सबकुछ...

दरअसल, करपी पीएचसी में कोविड की आरटीपीसीआर जांच कराने वाले लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, (PM Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) और फिल्‍म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा (Actress Priyanka Chopra) जैसे लोगों के नाम शामिल हैं. मामला उजागर होने के बाद दो डाटा ऑपरेटरों को नौकरी से हटा दिया गया है. हटाए गए ऑपरेटरों का कहना है कि स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधक के दबाव में उन लोगों ने ऐसा किया.

RT-PCR जांच रिपोर्ट
RT-PCR जांच रिपोर्ट

दरअसल, यह मामला 27 अक्टूबर का है, जहां आरटीपीसीआर जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी शिकायत आई. जांच की लिस्ट में बड़े बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं के नाम की जांच में एंट्री हैं. ये नाम फर्जी तरीके से डाले गए हैं. जिनके नाम और मोबाइल नंबर भी पूरी तरीके से गलत है. पता और मोबाइल नंबर की जांच की गई तो पूरी तरह से फर्जी पाई गई. जिस व्यक्ति की मोबाइल नंबर एंटर की गई वह कोई तो बक्सर के रहने वाले है तो कोई झुमरीतिलैया और हरिद्वार जैसे स्थान पर निवास कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- नालंदा की बेटी... पटना में ससुराल, पुलिस नहीं कर रही है कार्रवाई, बोले सीएम- लगाओ डीएम को फोन

जिन हस्तियों और राजनेताओं का नाम और नंबर जोड़ा गया है, उनका पता और ठिकाना करपी प्रखंड के पुरान पंचायत दिखाया गया है. दिए गए पते पर जब इसकी पड़ताल की गई तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं मिला. जिस गांव का नाम प्रियंका चोपड़ा के पते पर दर्शाया गया है, उस गांव में जाकर पड़ताल की गई तो प्रियंका नाम की कई लड़कियां तो मिली लेकिन उसके टाइटल में चोपड़ा नहीं जुड़ा हुआ था.

इस मामले में डीएम जे प्रियदर्शनी ने बताया कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी. अगर डाटा एंट्री ऑपरेटरों पर दवाब बनाया गया है तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधक और स्वास्थ्य प्रभारी पर मामले दर्ज कराए जाएंगे. उन्होंने भरोसा दिलाया कि इसके लिए सिविल सर्जन के साथ बैठक कर दोषियों पर कार्रवाई करने एवं उन्हें तत्काल सस्पेंड करने का निर्देश दिया जाएगा.

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अरवलः देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सोनिया गांधी और बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जैसे शख्सियतों की कोविड टेस्ट बिहार में (PM Modi And Priyanka Chopra Covid test in Arwal) की गई है. जी हां, आरटीपीसीआर जांच का यह फर्जीवाड़ा बिहार के अरवल जिले के करपी पीएचसी में (Fraud in Covid RT PCR Test In Arwal) हुआ है. मामला उजागर होते ही अधिकारी टेंशन में आ गए हैं.

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इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मामले में संज्ञान लिया है.

"स्वास्थ्य विभाग के ध्यान में विषय आने के बाद तुरंत वहां के चिकित्सा पदाधिकारी ने कार्रवाई की. जो डाटा एंट्री ऑपरेटर था, उसे सेवा से बाहर किया गया है. उसपर कानूनी कार्रवाई की गई है. आगे भी जिस कार्रवाई की जरुरत होगी, वो की जाएगी. हमने अरवल के जिलाधिकारी से बात की है. जिले के और भी जो अन्य अस्पताल हैं, उनसब की भी जांच करने का निर्देश दिया गया है. यह तकनीकी चीजें हैं. किसी भी काम में जिस व्यक्ति को लगाया जाता है, जरुरी है कि वह पूरी गंभीरता से काम करे. अगर किसी तरह की त्रुटि पाई जाती है, तो उसपर कार्रवाई की जाती है."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार

अरवल आरटीपीसीआर जांच फर्जीवाड़ा कांड: जानें सबकुछ...

दरअसल, करपी पीएचसी में कोविड की आरटीपीसीआर जांच कराने वाले लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, (PM Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) और फिल्‍म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा (Actress Priyanka Chopra) जैसे लोगों के नाम शामिल हैं. मामला उजागर होने के बाद दो डाटा ऑपरेटरों को नौकरी से हटा दिया गया है. हटाए गए ऑपरेटरों का कहना है कि स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधक के दबाव में उन लोगों ने ऐसा किया.

RT-PCR जांच रिपोर्ट
RT-PCR जांच रिपोर्ट

दरअसल, यह मामला 27 अक्टूबर का है, जहां आरटीपीसीआर जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी शिकायत आई. जांच की लिस्ट में बड़े बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं के नाम की जांच में एंट्री हैं. ये नाम फर्जी तरीके से डाले गए हैं. जिनके नाम और मोबाइल नंबर भी पूरी तरीके से गलत है. पता और मोबाइल नंबर की जांच की गई तो पूरी तरह से फर्जी पाई गई. जिस व्यक्ति की मोबाइल नंबर एंटर की गई वह कोई तो बक्सर के रहने वाले है तो कोई झुमरीतिलैया और हरिद्वार जैसे स्थान पर निवास कर रहे हैं.

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जिन हस्तियों और राजनेताओं का नाम और नंबर जोड़ा गया है, उनका पता और ठिकाना करपी प्रखंड के पुरान पंचायत दिखाया गया है. दिए गए पते पर जब इसकी पड़ताल की गई तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं मिला. जिस गांव का नाम प्रियंका चोपड़ा के पते पर दर्शाया गया है, उस गांव में जाकर पड़ताल की गई तो प्रियंका नाम की कई लड़कियां तो मिली लेकिन उसके टाइटल में चोपड़ा नहीं जुड़ा हुआ था.

इस मामले में डीएम जे प्रियदर्शनी ने बताया कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी. अगर डाटा एंट्री ऑपरेटरों पर दवाब बनाया गया है तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधक और स्वास्थ्य प्रभारी पर मामले दर्ज कराए जाएंगे. उन्होंने भरोसा दिलाया कि इसके लिए सिविल सर्जन के साथ बैठक कर दोषियों पर कार्रवाई करने एवं उन्हें तत्काल सस्पेंड करने का निर्देश दिया जाएगा.

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Last Updated : Dec 6, 2021, 7:42 PM IST
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