अरवल: प्रदेश के किसानों को सूखे की वजह से सिंचाई में बहुत परेशानी हो रही है. सरकार की ओर से इस पर आश्वासन के अलावा और कुछ भी नहीं मिल रहा है. लिहाजा खेतों में लगी फसल की सिंचाई नहीं हो पाने से आहत किसानों ने 'नहर बचाओ, किसान बचाओ' आंदोलन के बैनर तले बुधवार को समाहरणालय में जिलाधिकारी का घेराव किया.
इस आंदोलन में शामिल होने के लिए किसान जिले के विभिन्न गांवों से चलकर जिला मुख्यालय पहुंचे थे. जहां किसानों ने जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. फिर डीएम से मिलकर उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
प्रशासन का रवैया उदासीन
'नहर बचाओ, किसान बचाओ' आंदोलन के संयोजक और बसपा के जिला अध्यक्ष मनोज सिंह यादव ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से किसानों को कोई मदद नहीं मिल रही है. खेतों में लगी फसल सिंचाई के अभाव में नष्ट हो रही है. उन्होंने कहा कि किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन इस पर प्रशासन का रवैया उदासीन बना हुआ है. अरवल का सिंचाई विभाग पूरी तरह से फेल हो गया है. उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के एसडीओ किसानों को झूठा आश्वासन देकर बहला रहे हैं.
'नहीं पूरी हुई मांग तो करेंगे आमरण अनशन'
जिले में सिंचाई के लिए मुख्य नहर कोचहासा रजवाहा, माली रजवाहा, बेलखारा रजवाहा, इमामगंज रजवाहा और सैदपुर रजवाहा है. जिससे कई गांव के किसान लाभान्वित होते हैं, लेकिन जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण पिछले कई वर्षों से नहर में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. जिससे किसानों के सामने सिंचाई की समस्या पैदा हो रही है. किसानों ने कहा कि यदि जिला प्रशासन हमारी समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं होती है तो हम लोग आमरण अनशन के लिए बाध्य हो जाएंगे.
'प्रशासन करेगा हर संभव मदद'
वहीं, जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी ने कहा कि किसानों की समस्या को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग है. किसानों की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई में मदद के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा.