अररियाः नए तकनीक के सहारे मखाने की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जिले के दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया.
बायोटेक किसानों को बीज और खाद मुफ्त
मखाना उत्पादन संघ के जरिए अररिया के कृषि विज्ञान केंद्र में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. जहां बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर, भागलपुर के एचओडी पारस नाथ ने कहा कि इसकी खेती के लिए 25 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर बायोटेक किसानों को बीज खाद के अलावा अन्य सामग्री मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी.
मखाना की खेती के लिए बारिश की जरूरत
एचओडी ने ये भी कहा कि सीमांचल और मिथिलांचल में खेती की जो पुरानी परंपरा है, उसी से खेती की जा रही है. जहां बारिश की ज्यादा जरूरत होती है. ऐसे में इसकी खेती के लिए यह जगह पहले से ही उपयोगी रही है. सरकार इसकी खेती को लेकर बहुत सजग है.
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कार्यक्रम में कई अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर कई किसानों के बीच बीज का वितरण भी किया गया, वहीं, इस मौके पर जिलाधिकारी बैधनाथ यादव, भोला पासवान शास्त्री विश्वविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पारस नाथ, कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार, मखाना वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार मौजूद रहे.