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Jokihat Bridge Damaged : अररिया में बिहार के एक और पुल पर संकट, भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक - Crisis on another bridge in Bihar

बिहार में एक और पुल पर संकट है. हालांकि डीएम ने समय रहते इसपर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दिया है. अररिया जिलाधिकारी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर ये फैसला लिया है. इस पुल पर रोक लग जाने के बाद स्थानीय लोग चिंतित हैं.

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Published : Jun 17, 2023, 8:16 PM IST

जोकीहाट पुल पर संकट

अररिया : अररिया के जोकीहाट में एनएच का पुल धंस जाने से वाहनों की आवाजाही पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. ये पुल जोकीहाट के हड़वा चौक के करीब बलवा धार पर बना है. डैमेज हुए पुल का निरीक्षण NHAI-327E के साथ पथ निर्माण विभाग के अफसरों ने जायजा लिया है. जांच रिपोर्ट को देखते हुए जिलाधिकारी ने एहतियातन भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई है. आवाजाही पर रोक की जिम्मेदारी नगर थानाध्यक्ष को दी गई है.

ये भी पढ़ें- Bihar Bridge Collapse: 'एसपी सिंगला कंपनी भारत सरकार की दुलरुआ', CBI जांच की मांग पर JDU का जवाब

जोकीहाट पुल पर संकट : जोकीहाट पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से बिहार का पश्चिम बंगाल और आसाम से संपर्क टूट गया है. संपर्क भंग हो जाने पर इस सड़क से जाने वाले वाहनों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि अब किस तरह से मालवाहक वाहन क्षेत्र में पहुंचेंगे? फिलहाल अब भारी वाहनों को सिलीगुड़ी या बहादुरगंज, ठाकुरगंज जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी.


दूसरा पुल तैयार होने में लगेगा समय : जोकीहाट के हड़वा चौक के करीब बलवा धार पर बना पुल काफी पुराना है जो अभी धीरे धीरे धंस रहा है. लेकिन शनिवार तक इस पुल से भारी वाहनों की आवाजाही जारी है. हांलाकि इसके सामानांतर पुल निर्माण की प्रक्रिया जारी है, जिसमें काफी वक्त लगने वाला है. उससे पहले कोई बड़ा हादसा न हो जाए क्योंकि पुल एक तरह से जर्जर हो चुका है. इसलिए स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ध्यान देने की अपील की है.


2017 की बाढ़ में पुल हुआ क्षतिग्रस्त : एनएच 327 ई व्यवसायिक दृष्टिकोण से बेहद अहम है, क्योंकि ये नेपाल सीमा से करीब होकर गुजरती है. 2017 की बाढ़ में जगह जगह डायवर्सन पड़ने पर लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा था. उस साल भीषण बाढ़ के चलते कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए थे. उस वक्त जितने भी पुल क्षतिग्रस्त थे उनके समानांतर नए पुलों का निर्माण किया जा रहा है. इसी में हड़वा चौक के पास भी नई पुल का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन उसमें अभी काफी वक्त लगेगा. बारिश का मौसम अब करीब आ गया है, अगर तेज बारिश शुरू हो गई तो पुल तेजी से धंसने लगेगा और ये सड़क बंद हो जाएगी.


जोकीहाट में केसर्रा पुल हुआ था क्षतिग्रस्त : दो साल पहले भी जोकीहाट में ही एनएच 327 ई के केसर्रा के पास इसी तरह से पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. तब प्रशासन ने उस पर पहल कर मरम्मत कराया और अभी वहां आवागमन हो रहा है. लेकिन हड़वा चौक की स्थिति दूसरी हो गई है. अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही जोकीहाट का बड़े वाहनों से संपर्क टूट जाएगा.


जोकीहाट पुल पर संकट

अररिया : अररिया के जोकीहाट में एनएच का पुल धंस जाने से वाहनों की आवाजाही पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. ये पुल जोकीहाट के हड़वा चौक के करीब बलवा धार पर बना है. डैमेज हुए पुल का निरीक्षण NHAI-327E के साथ पथ निर्माण विभाग के अफसरों ने जायजा लिया है. जांच रिपोर्ट को देखते हुए जिलाधिकारी ने एहतियातन भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई है. आवाजाही पर रोक की जिम्मेदारी नगर थानाध्यक्ष को दी गई है.

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जोकीहाट पुल पर संकट : जोकीहाट पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से बिहार का पश्चिम बंगाल और आसाम से संपर्क टूट गया है. संपर्क भंग हो जाने पर इस सड़क से जाने वाले वाहनों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि अब किस तरह से मालवाहक वाहन क्षेत्र में पहुंचेंगे? फिलहाल अब भारी वाहनों को सिलीगुड़ी या बहादुरगंज, ठाकुरगंज जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी.


दूसरा पुल तैयार होने में लगेगा समय : जोकीहाट के हड़वा चौक के करीब बलवा धार पर बना पुल काफी पुराना है जो अभी धीरे धीरे धंस रहा है. लेकिन शनिवार तक इस पुल से भारी वाहनों की आवाजाही जारी है. हांलाकि इसके सामानांतर पुल निर्माण की प्रक्रिया जारी है, जिसमें काफी वक्त लगने वाला है. उससे पहले कोई बड़ा हादसा न हो जाए क्योंकि पुल एक तरह से जर्जर हो चुका है. इसलिए स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ध्यान देने की अपील की है.


2017 की बाढ़ में पुल हुआ क्षतिग्रस्त : एनएच 327 ई व्यवसायिक दृष्टिकोण से बेहद अहम है, क्योंकि ये नेपाल सीमा से करीब होकर गुजरती है. 2017 की बाढ़ में जगह जगह डायवर्सन पड़ने पर लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा था. उस साल भीषण बाढ़ के चलते कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए थे. उस वक्त जितने भी पुल क्षतिग्रस्त थे उनके समानांतर नए पुलों का निर्माण किया जा रहा है. इसी में हड़वा चौक के पास भी नई पुल का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन उसमें अभी काफी वक्त लगेगा. बारिश का मौसम अब करीब आ गया है, अगर तेज बारिश शुरू हो गई तो पुल तेजी से धंसने लगेगा और ये सड़क बंद हो जाएगी.


जोकीहाट में केसर्रा पुल हुआ था क्षतिग्रस्त : दो साल पहले भी जोकीहाट में ही एनएच 327 ई के केसर्रा के पास इसी तरह से पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. तब प्रशासन ने उस पर पहल कर मरम्मत कराया और अभी वहां आवागमन हो रहा है. लेकिन हड़वा चौक की स्थिति दूसरी हो गई है. अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही जोकीहाट का बड़े वाहनों से संपर्क टूट जाएगा.


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