अररिया: पूरे देश में नागरिकता कानून को लेकर चारों तरफ प्रदर्शन हो रहा है. इसी चलते गुरुवार को पूरे प्रदेश में वामदलों, जाप, कांग्रेस समेत कई दलों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ बिहार बंद किया था. जिसका असर अररिया जिले में भी देखने को मिला. जिले के सभी बस अड्डे, बाजार जैसे इलाकों में टायर जलाकर लोग एनआरसी और सीएबी का विरोध किये. साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
सरकार फैसला ले वापस
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब से सरकार सत्ता में आई है. तब से सारा व्यापार ठप हो चुका है. बंदी के कारण जितना भी नुकसान हुआ है. उसकी भरपाई सरकार को करना होगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार वक्त रहते अपना फैसला वापस नहीं ली, तो पूरा देश सड़क पर उतर जाएगा. वहीं, राजद पार्टी को छोड़कर सभी पार्टी और संगठन से जुड़े लोगों ने बंदी को सफल बनाने में सहयोग किया.
नीति में बदलाव की जरूरत
इस बंदी का असर कैसा रहा इसकी जानकारी जिले के खुदरा दुकानदारों ने दी. दुकानदारों ने कहा कि हर रोज सरकार नए- नए नियम लागू कर रही है. हिन्दू- मुस्लिम को धर्म के नाम पर बांट रही है. ये जो कानून बनाया गया है वो बिल्कुल गलत है. जिसका पूरा देश विरोध कर रहा है. उन्होंने बताया कि जब से मोदी सरकार जीएसटी और नोटबंदी लाई है, तब से सभी दुकानदारों को काफी नुकसान हो रहा है. साथ ही कहा कि सरकार को नीति में बदलाव करने की जरूरत है.