अररियाः झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर अररिया में स्टूडेंट्स इस्लामिक संगठन के बैनर तले जिले के बुद्धजीवियों ने विरोध मार्च निकाला. मार्च में शामिल लोगों ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग की. लोगों ने कहा कि पीड़ित परिवार को इंसाफ दिया जाए.
घटना ने समाज को झकझोर दिया
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को मजहब विशेष के नाम पर टारगेट किया जा रहा है, जो बिल्कुल ही गलत है. इस घटना ने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया है. यह केवल हत्या नहीं है, बल्कि सामूहिक नैतिकता और लोकतांत्रिक प्रणाली पर हमला है.
'ये देश मुसलमानों का भी है'
मार्च में शामिल लोगों ने कहा कि इस घटना ने एक बार फिर अख़लाक़, पहलू खां और जुनैद की यादें ताजा कर दीं हैं. लोगों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह देश जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का भी है. आजादी के वक्त हमारे भी बुज़ुर्गों ने अपनी कुर्बानी दी है. यह विरोध प्रदर्शन शहर के सभी चौक-चौराहों से होते हुए चांदनी चौक बाजार में आकर खत्म हुआ.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में भीड़ ने तबरेज अंसारी को चोरी के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला था. तबरेज अंसारी की 17 जून को पिटाई की गई और 22 जून को उसने दम तोड़ दिया था. इस घटना के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं और दोषियों को कड़ी सजा की मांग की जा रही है.