अररिया: जिला अंर्तगत प्रखंड के मानुलहपट्टी पंचायत के सत्संग भवन परिसर में गुरुवार को जाप कार्यकर्ताओं ने जाप नेता प्रिंस विक्टर पर झूठा मुकदमा दर्ज करने के खिलाफ धरना दिया. उनका कहना है कि प्रिंस विक्टर सहित अन्य कार्यकर्ता पर चिकित्सक की ओर से झूठा मुकदमा किया गया है. जिसके विरोध में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया गया.
मारपीट का झूठा मुकदमा दर्ज
धरना पर बैठे जाप नेता नीलेश यादव ने कहा कि रानीगंज प्रखंड अवस्थित रेफरल हॉस्पिटल के चिकित्सा प्रभारी योगेंद्र प्रसाद सिंह के लापरवाही के कारण 23 अप्रैल को बद्री शर्मा नामक एक गरीब व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने जाप नेता प्रिंस विक्टर को फोन पर इसकी जानकारी दी.
घटना की सूचना पर प्रिंस विक्टर भरगामा में सेनेटाइजर छिड़काव कार्य छोड़ कर रानीगंज हॉस्पिटल पहुंचे, तो बद्री शर्मा को मृत देख डॉक्टर से रूबरू हुए. इसके बाद उन्होंने परिजनों को समझा कर घर भेज दिया. तीन दिनों बाद पता चला की प्रिंस विक्टर सहित अन्य जाप कार्यकर्ता पर डॉक्टर ने मारपीट का झूठा मुकदमा रानीगंज थाना में दर्ज किया है. ़
उच्च स्तरीय जांच की मांग
जाप कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार से चिकित्सक की ओर से दर्ज किए गए झूठे मुकदमे की उच्च स्तरीय जांच की मांग की. साथ ही दोषी चिकित्सक पर कार्रवाई और जाप नेता को दोषमुक्त करने की मांग की गई. धरना स्थल पर जाप युवा परिषद के जिला महासचिव नीलेश यादव, युवा शक्ति के जिला उपाध्यक्ष देवानंद मालाकार, युवा परिषद के प्रखंड अध्यक्ष बमबम यादव, अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष विवेकानंद मंडल और सुजीत कुमार मौजूद रहे.