अररिया: प्रदेशभर में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. इसी क्रम में जिले के होटल में नागरिक संघर्ष समिति के बैनर तले आगामी 23 दिसंबर को शांतिपूर्ण तरीके से एक विरोध मार्च निकालने का निर्णय लिया गया.
'बिल को वापस ले सरकार'
बैठक में भाग ले रहे लोगों को संबोधित करते हुए नागरिक संघर्ष समिति के कार्यकर्ता मासूम रजा ने बताया कि यह कानून देश के लिए एक काला कानून है. इसे सरकार वापस ले. यह संविधान के खिलाफ है. इसके वापस नहीं होने तक यह आंदोलन अनवरत चलता रहेगा.
'लोगों का ध्यान भटका रही है सरकार'
मौके पर नागरिक संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अर्थव्यवस्था अस्थिर हो रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है, किसान परेशान है. लेकिन सरकार इन सभी मुद्दों पर काम करने से ज्यादा ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान दे रही है. असल मुद्दों को उठाने के बजाय, यह सरकार उन मुद्दों पर काम कर रही है, जो लोगों को विभाजित करते हैं. इस बैठक का नेतृत्व पूर्व जिला परिषद इस्तियाक आलम, शम्स मुर्शिद रजा, मासूम रजा समेत लोग उपस्थित थे.