अररिया: जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में कोरोना मरीजों की जांच का दायरा बढ़ा दिया है, लेकिन अभी भी लोग कोविड टेस्ट करवाने को लेकर जागरूक नहीं हैं. वहीं, लोग इस संक्रमण के समय में भी लापरवाही बरतते हैं.
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जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइनों की जमकर धज्जियां उड़ाई जाती है. यहां पर लोग मास्क तो पहनते ही नहीं, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं करते हैं. बाजारों में लोगों की काफी भीड़ नजर आती है.
घूम-घूमकर लोगों की कोरोना जांच
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की कोरोना जांच के लिए एक टीम गठित कर दिया है. ये टीम घूम-घूमकर लोगों की कोरोना जांच करेगी. लेकन लोग कोरोना जांच करवाने के लिए तैयार नहीं होते हैं. ये टीम बाजारों में दुकानदारों का कोविड टेस्ट करती है. वहीं, संक्रमित पाए जाने के बाद उसे होम आइसोलेट कर दिया जाता है या फिर समुचित इलाज जारी किया जाता है.
टीम में शामिल मेंबर
इस टीम का नेतृत्व स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी प्रेरणा वर्मा कर रही हैं. उनके साथ एएनएम अभिलाषा कुमारी और कुमारी रंजना सिन्हा हैं. इस टीम पर निगरानी सदर एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर रख रहे हैं.
‘लोग नहीं करते हैं सहयोग’
एसडीओ ने बताया कि ये टीम हर दुकान पर जाकर दुकानदारों का कोविड-19 जांच करने में जुटी है. वहीं, एएनएम अभिलाषा कुमारी ने बताया कि जांच में लोग ज्यातर कोताही बरत रहे हैं. सुबह से हमारी टीम इस कार्य में लगी है, फिर भी सिर्फ 11 लोगों ने जांच करवाया है. ज्यादातर लोग जांच नहीं करना चाहते हैं. जांच करने के लिए जितना सहयोग हमें मिलनी चाहिए, आम लोग उतना सहयोग नहीं करते हैं. इसलिए इन सबों के बीच जागरुकता लाने की जरूरत है. हालांकि हमारी टीम लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करती है. साथ ही बचाव के उपायों की जानकारी भी देती है.
652 एक्टिव मरीज
बता दें कि वर्तमान समय में जिले में कोरोना के 652 एक्टिव मरीज हैं. वहीं, 635 लोग होम आइसोलेशन में हैं. साथ ही 17 मरीज फारबिसगंज आइसोलेशन सेंटर में भर्ती हैं. जिले में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज कुल 122462 लोगों को दिया गया, जबकि दूसरा डोज 21814 लोगों को दिया गया.