अररियाः लॉक डाउन के कारण गरीब और दिहाड़ी मजदूरों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. ऐसे में मनरेगा मजदूरों के लिए संजीवनी साबित हो रही है. जिले में मनरेगा के तहत मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए ग्रामीण इलाके में काम कर रहे हैं. भरगामा प्रखंड के शंकरपुर पंचयात में मनरेगा के तहत तालाब की खुदाई की जा रही है. इसमें दिहाड़ी मजदूर काम कर रहे हैं.
लॉकडॉन में मजदूर मनरेगा के तहत सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए काम कर रहे हैं. इस काम से मजदूरों में एक आस जगी है. शंकरपुर पंचायत में की जा रही तालाब की खुदाई में सैकड़ों मजदूरों की बेरोजगारी की समस्या का समाधान हो रहा है. वहीं, जल जीवन हरियाली और दूसरे कार्यों में मजदूरों को पंचायत स्तर पर रोजगार दिया जा रहा है.
दिन तक चलेगा खुदाई का काम
शंकरपुर पंचायत के मुखिया उमेश कुमार यादव ने बताया कि सरकारी आदेशानुसार आपदा की घड़ी में बेरोजगार मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. पंचायत के वार्ड संख्या 7 में तालाब की खुदाई की जा रही है. इस काम में लगभग 50 मजदूरों को 14 दिन तक नियत काम मिलता रहेगा. रोजगार सेवक निरंजन कुमार निर्मल, सुपरवाइजर बाबुल सिंह के निगरानी में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कार्य करवाया जा रहा है.