अररिया: जिले के बिशहरिया पंचायत के कर्बला मैदान में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ जनसभा का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शामिल हुए. जहां उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को गरीब, दलित और मुस्लिम विरोधी सरकार बताया.
'संविधान के साथ किया जा रहा छेड़छाड़'
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सभा में मौजूद हजारों की संख्या में लोगों का शुक्रिया अदा किया. साथ ही सरकार से काले कानून को वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि संविधान के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है, उसे हरगिज होने नहीं देंगे. यह लड़ाई किसी जाति या धर्म की नहीं है, बल्कि यह तानाशाह सरकार अमेरिका के इशारे पर देश को बांटना चाहती है. साथ ही उन्होंने मानव श्रृंखला को रुपए की बर्बादी और बेफिजूल का खर्च बताया.
सीएए और एनआरसी को बनाएंगे मुद्दा
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि चुनाव 2020 सामने है. ऐसी परिस्थिति में सभी पार्टी अपना-अपना एंजेडा सामने लेकर आते है. उन्होंने कहा कि 2020 चुनाव में सीएए और एनआरसी को निश्चित तौर पर मुद्दा बनाया जाएगा. साथ ही बिहार में तीन पद होगा, एक मुख्यमंत्री का और दो उप मुख्यमंत्री का, जिसमें एक मुसलमान, एक ओबीसी और एक एससी होगा. उन्होंने कहा कि बिहार में मुसलमान और दलित में एकता हो, इसका प्रयास मैं करुंगा.