पुर्णिया: फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की सफलता को लेकर शनिवार को समाहरणालय सभागार में उप विकास आयुक्त मनोज कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. जिसका मकसद फाइलेरिया को जड़ से खत्म करना है. इसके तहत जिले के सभी 14 प्रखंडों में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम 28 सितंबर से चलाने का निर्णय लिया गया.
फिनिश होगा फाइलेरिया
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीडीसी मनोज कुमार सिन्हा ने जिले के सभी प्रखंड के एमओआईसी, बीएचएम और बीसीएम सहित सभी शामिल अधिकारियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सरकार, स्वास्थ्य विभाग ने फाइलेरिया जैसे संक्रमण को जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को इसे सफल बनाना है.
फाइलेरिया के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरुक
बैठक के दौरान डीडीसी ने उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने प्रखंड के आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और अन्य कर्मियों को पूरी तरह से प्रशिक्षित करने का काम करेंगे. उसके बाद ही इनलोगों के माध्यम से दवा वितरण सुनिश्चित करेंगे. जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक फाइलेरिया के प्रति लोगों को जागरुक करने की जरूरत हैं.
जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आरपी मंडल ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला संक्रामक रोग है. इससे बचाव के लिए सरकार न लोगों को मुफ्त में दवा दी जाती है. कार्यक्रम की शत- प्रतिशत सफलता के लिए ग्रामीण स्तर पर आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविकाओं और प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं को लगाया जाएगा. इनके द्वारा 28 सितंबर से 12 अक्टूबर तक डोर टू डोर भ्रमण कर दो सालों से ऊपर के सभी बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों को दवा की खुराक दी जाएगी.
15 साल के बच्चों को खिलाई जाएगी दवा
इसमें दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी और एलबेंडाजोल की एक-एक गोली खिलाई जाएगी. वहीं छह से चौदह साल के किशोर को डीईसी की दो और एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी. साथ ही 15 साल के ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली और एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक दी जाएगी.