अररिया (फारबिसगंज): देह व्यापार (Prostitution) के दलदल में फंसी लड़कियों को बचाने में लगीं बिहार की मर्दानी फातिमा खातून (Fatima Khatun) ने फारबिसगंज पुलिस (Forbesganj Police) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने पुलिस से पूछा कि आखिर मासूम बच्चियों को रात के अंधेरे में क्यों और कहां छोड़ दिया गया. केबीसी (KBC) के हॉट सीट पर बैठने वाली फातिमा ने इस दौरान नारकीय जिंदगी से जूझ रही बच्चियों का दर्द बयां किया. फातिमा का ये वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
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देह व्यपार के चंगुल से दो बच्चियों को पुलिस ने कल छुड़ाया था लेकिन बाद में देर रात छोड़ भी दिया. इसपर केबीसी के हॉट सीट पर बैठने वाली रेडलाइट एरिया में रहने वाली फातिमा खातून ने निशाना साधते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
बता दें कि कल पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि पहले से बंद रेड लाइट में देह व्यापार का धंधा चल रहा है. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बदनाम जगह रेड लाइट एरिया में छापेमारी की. जहां से पुलिस ने एहसान आलम और अमृत कुमार पोद्दार समेत तीन महिलाओं को हिरासत में लिया था. फातिमा खातून का कहना है कि इनमें बच्चियां भी थीं जिन्हें पुलिस ने छोड़ दिया.
'महिला तस्करी के खिलाफ मैं लंबे समय से लड़ रही थी. जो बच्चियां स्कूलों में पढ़ाई कर रहीं थीं लॉकडाउन को दौरान वे सभी गायब हो गईं. बाद में पता चला कि सभी को देह व्यापार में धकेल दिया गया. बानो खातून और मोहम्मद फुचका का इसमें हाथ है. कई दिनों के प्रयास के बाद आईजी से मैंने बात की. फिर डीएसपी, विधायक से बात करने के बाद छापेमारी की गई. जिसमें 11 से 12 साल की बच्चियों को बरामद किया गया. आखिर पुलिस ने उन छोटी बच्चियों को आधी रात को क्यों छोड़ दिया.'- फातिमा खातून, समाजसेवी
वायरल वीडियो में फातिमा ने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सेटिंग के तहत चार पहिया वाहन से आये कुछ लोगों के साथ दोनों बच्चियों को भेज दिया गया जबकि वे लोग कौन थे उसकी पहचान क्या थी ये भी नहीं जाना. फातिमा ने वायरल वीडियो में कहा कि जिन युवतियों को रेडलाइट एरिया से रंगे हाथ पकड़ा गया उन्हें इस धंधे से निकाला जाए.
साथ ही फातिमा ने लोगों से अपील की है कि इस लड़ाई में सभी साथ आएं. उन्होंने कहा कि मेरी आवाज हर जगह पहुंचाया जाय ताकि सभी को सजा मिल सके.
बता दें की सोमवार को फारबिसगंज पुलिस ने गुप्त सूचना पर शहर के दो जगहों पर छापेमारी की थी. जिसमें पहली छापेमारी शहर के सदर रोड स्थित आलिशा रेस्ट हाउस में की गई और आपत्तिजनक स्थिति में दो युवक और दो युवतियों के साथ रेस्ट हाउस संचालक को हिरासत में लिया था.
वहीं दोबार सूचना पर दूसरी छापेमारी रेडलाइट एरिया में की गई. वहां से तीन युवती सहित युवकों को भी हिरासत में लिया था. जिसको लेकर आदर्श थाने में एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने एक प्रेस वार्ता किया जिसमें उन्होंने हिरासत में लिए युवक एवं युवतियो को आपत्तिजनक अवस्था में हिरासत में लेने की बात कही.
सवाल ये कि अगर किसी युवती को पुलिस छोड़ती है तो उसकी कोई वजह होगी और पुलिस किसी को छोड़ने से पहले उसकी सारी जानकारी एवं लिखित कागजात बनाती है, जिसके आधार पर ही उन्हें छोड़ती है. लेकिन इस मामले में पुलिस ने बिना किसी जानकारी के बच्चियों को छोड़ दिया.
वहीं थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु ने बताया कि दोनों लड़कियां नाबालिग थी. उसके परिजन आधार कार्ड लेकर आये थे और विस्तृत जानकारी दिया जिसके तहत दोनों को छोड़े जाने की बात कही है.
आपको बता दें कि 2013-14 में फातिमा खातून अमिताभ बच्चन के रियलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति (Kaun Banega Crorepati) में मर्दानी फ़िल्म की हिरोइन रानी मुखर्जी के साथ मिलकर गेम शो में 25 लाख रुपये जीते थे. अमिताभ बच्चन ने फातिमा के साहसिक कार्यों के लिए उन्हें 'सच्ची मर्दानी' कहा था.
फारबिसगंज रेड लाइट एरिया की रहने वाली फातिमा खातून बचपन से देह व्यापार के कारोबार और धंधे का विरोध करती रही हैं. बाद में एक एनजीओ से जुड़कर मानव तस्करी के खिलाफ सीमावर्ती इलाके में मुहिम चलाते हुए दर्जनों महिलाओं को इस दलदल से बाहर निकाला और उन्हें जीविकोपार्जन के लिए स्वरोजगार से जोड़ा.