अररिया: जिले के 126 किसान सलाहकार मंगलवार को अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठ गए हैं. ऐसे में किसान सलाहकारों के हड़ताल पर बैठ जाने से कृषि संबंधित सरकारी योजनाओं पर इसका बुहत बुरा प्रभाव पड़ेगा.
किसान सलहकारों की मांगें
वहीं, हड़ताल पर गए किसान सलाहकारों की मांग है कि उन्हें पूर्णकालिक संविदा कर्मी मानते हुए कृषि समन्वयक की भांति सरकारी सेवक बनाया जाए. इसके अलावा महंगाई को देखते हुए मानदेय के रूप में 25 हजार का भुगतान किया जाए. वहीं, कोरोना काल में जिन किसान सलाहकार की मृत्यु हुई है उनके आश्रितों को 50 लाख रुपया अनुग्रह भुगतान किया जाए, साथ ही दूसरे विभाग का कार्य कराए जाने पर अलग से प्रोत्साहन राशि दिया जाए.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की दी चेतावनी
जिला किसान सलाहकार संघ के उपाध्यक्ष शंभु कुमार ने बताया कि हमारी मांगों को सरकार के पास कई बार रखा गया है, लेकिन सरकार द्वारा अबतक किसी भी प्रकार का कोई सकारात्मक निर्णय नहीं देकर धमकाने का कार्य कर रही है, इसलिए हम लोगों ने हड़ताल के पहले चरण में 10 सितंबर तक का समय दिया है और अगर उसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.