अररिया: बिहार के अररिया जिले में शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. अंतरजिला ठग गिरोह के 4 ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के साथ इनके फर्जी कार्यालय से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ सरकारी मोहर और महत्पूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. पूरे मामले का खुलासा एसपी अशोक कुमार सिंह ने किया.
ये भी पढ़ें- क्रेडिट कार्ड अधिकारी बनकर मांगा OTP, खाते से उड़ा लिये 1.17 लाख रुपये
ठग गिरोह का खुलासा: एसपी ने बताया कि अररिया नगर थाना क्षेत्र के महिला कॉलेज के समीप ये फर्जी कंपनी खोली गई थी. नालंदा जिले के परवलपुर निवासी नीतीश कुमार नामक व्यक्ति ने नगर थाना अध्यक्ष निर्मल यादवेन्दु को सूचना दी थी कि महिला कॉलेज के पास एक फर्जी कंपनी बनाकर रोजगारों को नौकरी देने के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी की जा रही है. सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस ने महिला कॉलेज के करीब केआरएस मल्टीप्रो प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के दफ्तर पर छापा मारा.
नौकरी देने के नाम पर करते थे ठगी: एसपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान मौके से चार लोग मिले, जो अलग-अलग एप्लीकेशन पर कम कर रहे थे. जब उनसे पूछताछ की गई तो थाना अध्यक्ष को मामला संदिग्ध नजर आया. जिसके बाद उन्होंने वहां से चार लोगों को हिरासत में लेकर थाने में लाकर पूछताछ की तो पता चला कि यह सारा मामला फर्जी रूप से चलाया जा रहा था. जहां शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी की जा रही थी और बेरोजगारों से अवैध रूप से राशि की भी वसूल की जा रही थी.
"ये सभी दफ्तर खोलकर बेरोजगारों का इंटरव्यू कर नौकरी देने के एवज में ठगी किया करते थे. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इस फर्जी संस्थान में छापेमारी की, जिसके बाद इसका खुलासा हुआ. चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने छापेमारी के दौरान लैपटॉप, प्रिंटर, मोहर समेत कई दस्तावेज भी जब्त किया है."- अशोक कुमार सिंह, एसपी, अररिया
ठग गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार: एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार सभी ठग नालंदा जिला के निवासी हैं. गिरफ्तार ठगों का नाम अभिषेक कुमार, दीपक कुमार, बबलू कुमार हरसैनि और रोहित कुमार है. एसपी ने बताया कि इस गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं. पुलिस इस मामले को लेकर जांच कर रही है और बाकी बचे हुए सदस्यों को भी जल्द गिरफ्तार कर लेगी.