अररिया: कश्मीर में आतंकवादियों की गोली से हुई मौत के बाद योगेंद्र ऋषिदेव का शव उसके पैतृक गांव अररिया जिले के खैरुगंज (Khairuganj) स्थित वार्ड नंबर-1 पहुंचा. शव के पहुंचते ही मौके पर कोहराम मच गया. आसपास का माहौल गमगीन हो गया. आसपास के लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं. शव पहुंचने के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी है.
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बता दें कि आतंकियों ने कुलगाम के वनपोह इलाके के मकान में घुसकर 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारी थी, जिसमें दो की मौत हो गई थी. रानीगंज के मिर्जापुर का चुनचुन ऋषिदेव आतंकवादी की गोली से घायल हुए थे. जिनका इलाज कश्मीर में ही चल रहा है. मरने वालों में अररिया प्रखंड के बंगामा पंचायत स्थित खेरूगंज के योगेंद्र ऋषिदेव भी शामिल थे. वहीं एक दूसरे मजदूर राजा ऋषि देव रानीगंज प्रखंड के बसैठी के रहने वाले थे.
दरअसल, जम्मू कश्मीर में सेना के एंटी टेरर ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक गैर कश्मीरियों की हत्या कर रहे हैं. 11 दिन में चार बिहारियों की हत्या कर दी गई है. बीते 5 अक्टूबर को भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की श्रीनगर के लाल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वीरेंद्र वहां ठेला लगाकर गोलगप्पा बेचते थे.
इसके बाद शनिवार को बांका के परघड़ी गांव के रहने वाले अरविंद कुमार साह की श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र स्थित एक पार्क के बाहर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं रविवार यानी 17 अक्टूबर की शाम कुलगाम के वनपोह इलाके में अररिया जिले के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेंद्र ऋषिदेव को मौत के घाट उतार दिया. वहीं आतंकवादी की गोली से रानीगंज प्रखंड के मिर्जापुर का चुनचुन ऋषिदेव घायल हो गया. जिसका इलाज कश्मीर के अस्पताल में चल रहा है.
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