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पूर्णिया- कोचिंग से घर लौट रही नाबालिग के साथ रेप, मामला दर्ज करने में पुलिस करती रही आनाकानी - सरकारी टीचर

पीड़िता मां के साथ शिकायत दर्ज कराने मधुबनी टीओपी थाने गई तो थाने के मुंशी ने शिकायती पत्र उठाकर फर्श पर फेंक दिया. जिसके बाद पीड़ित और उसकी मां मायूस होकर घर लौट गईं. बाद में ईटीवी भारत की पहल पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ.

पूर्णिया
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Published : Jul 28, 2019, 1:21 PM IST

Updated : Jul 28, 2019, 2:50 PM IST

पूर्णिया: जिले के मधुबनी टीओपी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा के साथ रेप का मामला आया है. यहां 17 वर्षीय छात्रा ने 55 वर्षीय टीचर पर रेप का आरोप लगाया है. छात्रा का आरोप है कि वह ट्यूशन पढ़कर घर लौट रही थी. तभी पड़ोस में रहने वाले सरकारी टीचर ने उसे घर के अन्दर खींचकर उसके साथ जबरदस्ती की. घटना 18 जुलाई की बताई जा रही है.

घटना के वक्त पीड़ित की मां एक रिश्तेदार के घर किसी कार्यक्रम में शामिल होने गई थी. 27 जुलाई को मां जब घर लौटी तो बेटी ने रोते हुए मामले की जानकारी दी. जिसके बाद पीड़िता मां के साथ शिकायत दर्ज कराने मधुबनी टीओपी थाने गई तो थाने के मुंशी ने शिकायती पत्र उठाकर फर्श पर फेंक दिया. जिसके बाद पीड़ित और उसकी मां मायूस होकर घर लौट गईं.

शिकायत की तो गोली मार दूंगा
पीड़िता की मां ने बताया कि जब वह आरोपी टीचर के घर शिकायत करने पहुंची तो आरोपी मारपीट पर उतारू हो गया. उसने पीड़िता की मां को परिवार समेत जान से मारने की धमकी दे डाली. आरोपी बोला की अगर किसी को बताया तो दो बार और रेप करूंगा फिर गोली मार दूंगा.

नाबालिग छात्रा के साथ रेप

मुंशी ने पुलिस महकमे को किया शर्मसार
मधुबनी टीओपी थाने में तैनात मुंशी ने तो इंसानियत की सारी हदें पार कर दी. पीड़ित जब शिकायत दर्ज कराने मधुबनी टीओपी थाने आई तो थाने के मुंशी ने उसका शिकायती पत्र उठाकर फर्श पर फेंक दिया. लेकिन अधिकारियों द्वारा मुंशी पर अभी तक कार्रवाई नहीं की गई.

2 दिन तक थानों के चक्कर काटती रही पीड़िता
न्याय की आस लगाए पीड़िता जब मधुबनी टीओपी थाने पहुंची, तो यहां भी उसे मायूसी ही हाथ लगी. यहां पुलिसकर्मियों ने उसकी मदद करने के बजाय महिला थाने जाने की सलाह देकर थाने से टरका दिया. जब पीड़िता महिला थाने पहुंची तो मधुबनी टीओपी थाने का मामला बताकर उसे वहां से भी टरका दिया गया. इसी तरह पीड़िता 2 दिनों तक थानों के चक्कर काटती रही.

ईटीवी भारत की पहल पर दर्ज हुआ मुकदमा
2 दिन से मधुबनी टीओपी और महिला थाने के चक्कर काट रही रेप पीड़िता ने जब ईटीवी भारत को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी तो, हमारी टीम ने अधिकारियों से मिलकर मामले से अवगत कराया. जिस पर संज्ञान लेते हुए डीएसपी ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. जिसके बाद मधुबनी टीओपी थाने में पीड़िता का मुकदमा दर्ज किया गया.

पूर्णिया: जिले के मधुबनी टीओपी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा के साथ रेप का मामला आया है. यहां 17 वर्षीय छात्रा ने 55 वर्षीय टीचर पर रेप का आरोप लगाया है. छात्रा का आरोप है कि वह ट्यूशन पढ़कर घर लौट रही थी. तभी पड़ोस में रहने वाले सरकारी टीचर ने उसे घर के अन्दर खींचकर उसके साथ जबरदस्ती की. घटना 18 जुलाई की बताई जा रही है.

घटना के वक्त पीड़ित की मां एक रिश्तेदार के घर किसी कार्यक्रम में शामिल होने गई थी. 27 जुलाई को मां जब घर लौटी तो बेटी ने रोते हुए मामले की जानकारी दी. जिसके बाद पीड़िता मां के साथ शिकायत दर्ज कराने मधुबनी टीओपी थाने गई तो थाने के मुंशी ने शिकायती पत्र उठाकर फर्श पर फेंक दिया. जिसके बाद पीड़ित और उसकी मां मायूस होकर घर लौट गईं.

शिकायत की तो गोली मार दूंगा
पीड़िता की मां ने बताया कि जब वह आरोपी टीचर के घर शिकायत करने पहुंची तो आरोपी मारपीट पर उतारू हो गया. उसने पीड़िता की मां को परिवार समेत जान से मारने की धमकी दे डाली. आरोपी बोला की अगर किसी को बताया तो दो बार और रेप करूंगा फिर गोली मार दूंगा.

नाबालिग छात्रा के साथ रेप

मुंशी ने पुलिस महकमे को किया शर्मसार
मधुबनी टीओपी थाने में तैनात मुंशी ने तो इंसानियत की सारी हदें पार कर दी. पीड़ित जब शिकायत दर्ज कराने मधुबनी टीओपी थाने आई तो थाने के मुंशी ने उसका शिकायती पत्र उठाकर फर्श पर फेंक दिया. लेकिन अधिकारियों द्वारा मुंशी पर अभी तक कार्रवाई नहीं की गई.

2 दिन तक थानों के चक्कर काटती रही पीड़िता
न्याय की आस लगाए पीड़िता जब मधुबनी टीओपी थाने पहुंची, तो यहां भी उसे मायूसी ही हाथ लगी. यहां पुलिसकर्मियों ने उसकी मदद करने के बजाय महिला थाने जाने की सलाह देकर थाने से टरका दिया. जब पीड़िता महिला थाने पहुंची तो मधुबनी टीओपी थाने का मामला बताकर उसे वहां से भी टरका दिया गया. इसी तरह पीड़िता 2 दिनों तक थानों के चक्कर काटती रही.

ईटीवी भारत की पहल पर दर्ज हुआ मुकदमा
2 दिन से मधुबनी टीओपी और महिला थाने के चक्कर काट रही रेप पीड़िता ने जब ईटीवी भारत को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी तो, हमारी टीम ने अधिकारियों से मिलकर मामले से अवगत कराया. जिस पर संज्ञान लेते हुए डीएसपी ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. जिसके बाद मधुबनी टीओपी थाने में पीड़िता का मुकदमा दर्ज किया गया.

Intro:

खुद को जनता की सेवा में सदैव तत्पर बताने वाली बिहार पुलिस किस कदर बेपरवाह हो चुकी है। इसकी एक बानगी पूर्णिया में देखने को मिली। जहां रेप जैसे जघन्य अपराधिक मामलों को दर्ज करने के बजाए पुलिस रेप पीड़िता और उसके परिवार को दो दिनों तक एक थाने से दूसरे थाने दौड़ाती रही। खैर हद तो तब हो गई जब थाने पर बड़ी ठाठ से बैठे मुंशी ने पीड़िता के परिवार का आवेदन ही फेंक दिया। तो वहीं स्त्री की रक्षा और सहायता के लिए बजूद में आई महिला थाने से भी नाबालिग पीड़िता को मायूस लौटना पड़ा।




Body:पुलिसिया कारस्तानी और टालमटोल से भरा यह चौकाने वाला मामला उस बिहार पुलिस की है। जहां की पुलिस खुद को आपकी सेवा में सदैव तत्पर बताती है। तो वहीं डीजीपी साहब पोलिसिंग की बड़ाई के किस्से और कहानियां कहते नहीं थकते।


ट्यूशन से लौट रही नाबालिग के रेप से जुड़ा है मामला..

दरअसल दो थानों के बीच अटका रेप का यह मामला मधुबनी टीओपी अंतर्गत कोरठबाड़ी इलाके की है। जहां बीते 18 जुलाई की शाम टुयूशन कर लौट रही एक नाबालिग़ को पहले तो उसके पड़ोस में रहने वाले सरकारी शिक्षक ने हाथ पकड़कर जबरन घर के अंदर खींच लिया। जब लड़की ने आवाज लगानी चाही। तो यह सरकारी शिक्षक हैवानियत पर उतर आया। और लड़की के साथ नापाक हरकतों को अंजाम देते है हैवानियत की सारी हदें पार कर दी।


सरकारी शिक्षक ने दिया था घटना को अंजाम...


हालांकि इस मामले से पर्दा तब उठा जब पीड़िता का परिवार शादी समारोह से शरीक होकर लौटे ,और अपने नाना-नानी और रिश्तेदारों को पूरी बात बताई। लिहाजा इस घटना से आग बबूला पीड़िता का परिवार कथित आरोपी सरकारी शिक्षक से शिकायत करने पहुंचा। तो सुनिल पासवान नाम के इस सरकारी शिक्षक धमकी पर उतारू हो गया। बताया जाता है कि यह शिक्षक अरिरिया के एक सरकारी स्कूल में पदस्थापित है। जिसकी उम्र तकरीबन 55 साल बताई जा रही है।


रेप पीड़िता और उसके परिवार को दौड़ाती रही पुलिस...


लिहाजा इन मामलों को ले मदद की आश लिए जब नाबालिग रेप पीड़िता और उसका परिवार मधुबनी टीओपी पहुंचा। तो मदद के बजाए मधुबनी टीओपी और महिला थाने से पीड़िता और उसके परिवार को दो दिनों तक दौड़ाया जाता रहा। हालांकि पीड़िता का परिवार पहले मधुबनी टीओपी ही पहुंचे थे। जहां पुलिसवालों ने जघन्य अपराध का केस दर्ज करने के बजाए मधुबनी टीओपी के मुंशी ने रेप पीड़िता के आवेदन को फर्श पर फेंक दिया। उन्हें महिला थाना जाने की सलाह दी। जब पीड़िता और उसका परिवार महिला थाने पहुंचा। तो महिला की सुरक्षा और मदद के लिए अस्तित्व में आए महिला थाने से भी नाबालिग रेप पीड़िता और उसके परिवार को मायूसी ही हाथ लगी।


क्या कहते हैं डीएसपी...

हालांकि बाद में जैसे ही मीडिया का दबाव बना। मधुबनी टीओपी में मामले को दर्ज किया गया। वहीं इस हैरान के वाले को ले सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि यह मामला बेहद निराश करने वाला है। मामले की जांच कर आरोपी शिक्षक पर अविलंब कार्रवाई की जाएगी ।



Conclusion:
Last Updated : Jul 28, 2019, 2:50 PM IST
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