पटना: मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि 60 लोग घायल हुए हैं. मरने वालों में बिहार के भी 11 श्रद्धालु शामिल हैं. हालांकि अभी भी कई लोग लापता हैं, जिसके बारे में परिजनों को कोई जानकारी नहीं मिल पाई है, जिस वजह से परिवार चिंतित हैं.
भगदड़ में गोपालगंज की 4 महिलाओं की मौत: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में बुधवार को मची भगदड़ में गोपालगंज की 4 महिलाओं की दर्दनाक हो गई. इनमें बरौली थाना क्षेत्र के माड़नपुर गांव की रहने वाली 65 वर्षीय शिवकली देवी, भोरे थाना क्षेत्र के रामनगर गांव की 68 वर्षीय सरस्वती देवी, उचका थाना क्षेत्र के श्यामपुर गांव की तारा देवी और बलेसरा गांव की 62 वर्षीय सुशीला देवी शामिल है.
गोपालगंज की कई महिला लापता: इसके अलावे बलेसरा गांव की रहने वाली कांति देवी (65 वर्ष) की भी मौत की आशंका जताई जा रही है. वहीं, विजयीपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव की रहने वाली मुन्नी देवी, राजकुमारी देवी, शोभावती देवी और रीमा देवी लापता है, इन लोगों के बारे में परिजनों को कोई खबर नहीं मिल रही है.
औरंगाबाद की दो महिला श्रद्धालुओं की मौत: बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली दो महिला श्रद्धालु की भी उस भगदड़ में मौत हुई है. मृतक राजरानी देवी (65 वर्ष) गोह प्रखंड के बंदेया थाना क्षेत्र के सोसुना गांव की रहने वाली थी. सुरेश यादव की पत्नी राजरानी अपने बेटे गुड्डू के साथ 27 जनवरी को प्रयागराज गई थी. उनके साथ गांव के अन्य लोग भी महाकुंभ में स्नान के लिए गए थे. इसके साथ ही हसपुरा थाना क्षेत्र के मनपुरा गांव की रहने वाली सोनम कुमारी (20) की भी मौत हो गई है.
सुपौल और मधुबनी की एक-एक महिला की भी मौत: मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में मची भगदड़ में सुपौल की रहने वाली एक महिला की भी जान गई है. मृतक देहपुर के रामविशनपुर गांव की रहने वाली थी. उसके पति बिहारी यादव की दो साल पहले ही सड़क हादसे में मौत हो गई थी. उसके दोनों बेटे दिल्ली में रहकर काम करते हैं. परिजनों ने बताया कि महिला के शव का पोस्टमोर्टम हो गया है, गुरुवार को शव सुपौल लाया जाएगा. इसके साथ ही सीता देवी (55 वर्ष) की मौत हो गई है.
मुजफ्फरपुर और बगहा की एक-एक महिला की मौत: महाकुंभ में मची भगदड़ में बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली एक महिला की भी मौत हुई है. मृतक शिवा देवी (60 वर्ष) जिले के मसहरी प्रखंड के छपरा मेघ पंचायत के रूपनाथ टोला की रहने वाली थी. उसके पति बलदेव शर्मा की पहले ही मौत हो गई थी. वहीं बगहा की रहने वाली एक महिला की भी मौत हो गई है.
बगहा के रामेश्वर चौबे की मौत : प्रयागराज महाकुंभ में शाही स्नान कर नदी किनारे बैठे बगहा के 68 वर्षीय रामेश्वर चौबे की मौत भगदड़ हादसे में हो गई है. वह अपनी पत्नी सहित गांव के तकरीबन 40 लोगों के साथ विगत 26 तारीख को कुंभ स्नान करने गए थे. प्रयागराज पुलिस उनका शव लेकर गुरुवार को रामनगर पहुंची तो परिजनों में कोहराम मच गया.
बांका के दिव्यांग की मौत : बांका जिले के धोरैया प्रखंड के चलना गांव निवासी 50 वर्षीय सत्यवान रजक अपने परिवार के साथ महाकुंभ प्रयागराज स्नान करने के लिए गये थे. भगदड़ के दौरान सत्यवान रजक अपने परिजनों से बिछड़ गए. काफी खोजबीन के दौरान कहीं पता नहीं चला तो प्रयागराज में मौजूद खोया पाया शिकायत सेंटर में नाम दर्ज कराया गया. उसके बाद बुधवार की देर रात मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में उनके शव की पहचान की गई. पुलिस ने दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी दी.
जहानाबाद की 3 महिला लापता: प्रयागराज में कुंभ स्नान करने गईं सदर प्रखंड के अमैन गांव की रहने वाली रेणु देवी और सियामणि देवी महिलाओं का भगदड़ के बाद कुछ अता-पता नहीं चल पा रहा है, जिससे परिजन चिंतित हैं. वहीं, हुलासगंज थाना क्षेत्र के बौरी गांव निवासी बबीता कुमारी भी भगदड़ के बाद से लापता है. उसके पति मनजीत कुमार गौतम ने बताया कि 27 जनवरी को अपने ननद साथ कुंभ स्नान करने गई थी लेकिन भगदड़ के बाद बिछड़ गई, तब से उसकी कोई खबर नहीं मिल पा रही है.
"मां 27 जनवरी को घर से कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गईं थीं. 28 जनवरी को 3 बजे तक फोन से बात हुई है लेकिन भगदड़ की सूचना मिलने के बाद जब उनके मोबाइल पर संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नंबर बंद मिल रहा है. कहीं से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है."- शिव शंकर कुमार, लापता रेणु देवी के बेटे
ये भी पढे़ं:
महाकुंभ में भगदड़, गोपालगंज की 4 महिलाओं ने तोड़ा दम
महाकुंभ जाने के लिए बिहार की ट्रेनों में मारामारी, भीड़ की ये तस्वीरें आपके होश उड़ा देंगी