हैदराबाद: हिंदू धर्म में माघ का महीना त्योहारों का समय माना जाता है, क्योंकि इस दौरान सकट चौथ, षटतिला एकादशी, मौनी अमावस्या और गुप्त नवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाते हैं. माघ मास के त्योहारों में बसंत पंचमी भी एक है. यह दिन ज्ञान और संगीत की देवी, माता सरस्वती की आराधना को समर्पित है. धार्मिक विश्वास है कि बसंत पंचमी 2025 के दिन सरस्वती माता की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियां बढ़ती हैं.
मान्यता है कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही मां सरस्वती का जन्म हुआ था. इसी अवसर पर घरों, मंदिरों और शिक्षा संस्थानों में सरस्वती पूजा का भव्य आयोजन किया जाता है. बसंत पंचमी का दिन विद्यार्थियों के लिए विशेष महत्व रखता है.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि वर्ष 2025 में बसंत पंचमी कब है और सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है. उन्होंने कहा कि मां सरस्वती को विद्या, बुद्धि, संगीत और कला की देवी माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि देवी सरस्वती की पूजा करने से विद्यार्थियों के कौशल में सुधार होता है और उनका ज्ञान बढ़ता है. बसंत पंचमी को आमतौर पर सरस्वती पूजा के रूप में भी जाना जाता है.
फरवरी में बसंत पंचमी 2025 कब है?
पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 9:14 बजे शुरू होगी और 3 फरवरी को सुबह 6:52 बजे समाप्त होगी. इसलिए, उदया तिथि के अनुसार, बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी.
सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त कब है?
इस वर्ष, 2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:09 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक रहेगा. आप इस अवधि के दौरान सरस्वती पूजा कर सकते हैं.
बसंत पंचमी के शुभ योग
पंचांग के अनुसार, 2 फरवरी को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र होगा, जिसमें शिव और सिद्ध योग का संयोग रहेगा। इस दिन सूर्य मकर राशि में स्थित होगा.
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:13 से 12:56 तक.
- अमृत काल: रात 08:24 से 09:53 तक.
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