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उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के समक्ष शत्रुतापूर्ण नीतियां छोड़ने की शर्त रखी

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Published : Sep 24, 2021, 11:46 AM IST

Updated : Sep 24, 2021, 4:55 PM IST

किम जोंग की बहन ने कहा कि युद्ध खत्म करने की घोषणा की जा सकती है अगर कोरियाई देश एक-दूसरे के प्रति शत्रुतापूर्ण नीतियां और अनुचित दोहरे मानदंड तथा पक्षपातपूर्ण विचार छोड़ दें उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया संबंधों में सुधार लाने पर दक्षिण कोरिया के साथ 'सार्थक बातचीत' करने को तैयार है.

उ कोरिया ने द कोरिया के समक्ष वार्ता का प्रस्ताव रखा
उ कोरिया ने द कोरिया के समक्ष वार्ता का प्रस्ताव रखा

सियोल: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन ने कहा कि दक्षिण कोरिया अगर शत्रुतापूर्ण नीतियों और दोहरे मानदंडों के साथ उसे (उत्तर कोरिया को) उकसाना छोड़ देता है तो उनका देश उससे फिर बातचीत शुरू करने को तैयार है.

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेइ-इन ने इस सप्ताह 1950-53 के कोरियाई युद्ध के समाप्त करने की घोषणा के लिए नए सिरे से आह्वान किया था, जिसके जवाब में किम जोंग ने शुक्रवार को ये टिप्पणियां की थी. बता दें कि किम यो जोंग को उत्तर कोरिया की राजनीति में प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर जाना जाता है.

किम यो जोंग ने कहा,अगर दक्षिण कोरिया पिछला इतिहास छोड़ देता है जब उसने हमें उकसाया था और अपने दोहरे मानदंडों से हर कदम पर हमारी आलोचना की थी तथा यदि वह अपने शब्दों और कार्यों में सच्चाई लाता है और हमारे प्रति अपनी शत्रुता छोड़ देता है तो हम संबंधों को बहाल करने तथा आगे बढ़ाने के बारे में सार्थक बातचीत और करीबी संवाद बहाल करने के लिए तैयार हैं.

उनका यह बयान तब आया है जब कुछ दिनों पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच छह महीने बाद पहला मिसाइल परीक्षण किया और दक्षिण कोरिया ने भी पनडुब्बी से प्रक्षेपित एक मिसाइल का पहला परीक्षण किया. उन्होंने कहा, युद्ध खत्म होने की घोषणा करने के लिए हमें एक-दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान सुनिश्चत करना होगा और पूर्वाग्रही विचारों, कटु शत्रुतापूर्ण नीतियों तथा अनुचित दोहरे मानदंडों को छोड़ना होगा.

उनकी ये टिप्पणियां उत्तर कोरिया के एक वरिष्ठ राजनयिक के बयान के बिल्कुल विपरीत हैं. उप विदेश मंत्री रि थाई सोंग ने कहा कि दक्षिण कोरिया में तैनात अमेरिकी हथियार और सैनिक तथा क्षेत्र में अमेरिकी सेना के नियमित अभ्यास 'उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति के दिन-ब-दिन उग्र होने का संकेत करती हैं.

इसे भी पढे़ं-पीएम मोदी संग बैठक में टॉप अमेरिकी सीईओ ने की भारत में हुए सुधारों की सराहना : हर्षवर्धन श्रृंगला

उत्तर कोरिया लंबे समय से अमेरिका की अगुवाई में लगाए आर्थिक प्रतिबंधों को उसके प्रति अमेरिका की शत्रुता का सबूत बताता रहा है. बयान के जवाब में दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने कहा कि वह युद्ध खत्म होने की घोषणा करने के प्रयास और संबंधित देशों के साथ संबंध मजबूत करता रहेगा. मंत्रालय के एक उप प्रवक्ता चा डक चुल ने कहा कि युद्ध खत्म करने की घोषणा करना बहुत सार्थक कदम होगा क्योंकि यह इस प्रायद्वीप पर शांति वार्ता और परमाणु निरस्त्रीकरण की शुरुआत हो सकता है.

गौरतलब है कि कोरियाई युद्ध एक युद्ध विराम के साथ खत्म हुआ था न कि कोई शांति संधि हुई थी जिससे यह प्रायद्वीप तकनीकी रूप से युद्ध की स्थिति में है. उत्तर कोरिया इस युद्ध को औपचारिक रूप से खत्म करने के लिए अमेरिका के साथ शांति संधि पर समझौता करना चाहता है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि शांति संधि से उत्तर कोरिया अमेरिका से यह मांग कर सकता है कि वह दक्षिण कोरिया में अपने 28,500 सैनिकों को वापस बुलाए और प्रतिबंध हटाए.

(पीटीआई-भाषा)

सियोल: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन ने कहा कि दक्षिण कोरिया अगर शत्रुतापूर्ण नीतियों और दोहरे मानदंडों के साथ उसे (उत्तर कोरिया को) उकसाना छोड़ देता है तो उनका देश उससे फिर बातचीत शुरू करने को तैयार है.

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेइ-इन ने इस सप्ताह 1950-53 के कोरियाई युद्ध के समाप्त करने की घोषणा के लिए नए सिरे से आह्वान किया था, जिसके जवाब में किम जोंग ने शुक्रवार को ये टिप्पणियां की थी. बता दें कि किम यो जोंग को उत्तर कोरिया की राजनीति में प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर जाना जाता है.

किम यो जोंग ने कहा,अगर दक्षिण कोरिया पिछला इतिहास छोड़ देता है जब उसने हमें उकसाया था और अपने दोहरे मानदंडों से हर कदम पर हमारी आलोचना की थी तथा यदि वह अपने शब्दों और कार्यों में सच्चाई लाता है और हमारे प्रति अपनी शत्रुता छोड़ देता है तो हम संबंधों को बहाल करने तथा आगे बढ़ाने के बारे में सार्थक बातचीत और करीबी संवाद बहाल करने के लिए तैयार हैं.

उनका यह बयान तब आया है जब कुछ दिनों पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच छह महीने बाद पहला मिसाइल परीक्षण किया और दक्षिण कोरिया ने भी पनडुब्बी से प्रक्षेपित एक मिसाइल का पहला परीक्षण किया. उन्होंने कहा, युद्ध खत्म होने की घोषणा करने के लिए हमें एक-दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान सुनिश्चत करना होगा और पूर्वाग्रही विचारों, कटु शत्रुतापूर्ण नीतियों तथा अनुचित दोहरे मानदंडों को छोड़ना होगा.

उनकी ये टिप्पणियां उत्तर कोरिया के एक वरिष्ठ राजनयिक के बयान के बिल्कुल विपरीत हैं. उप विदेश मंत्री रि थाई सोंग ने कहा कि दक्षिण कोरिया में तैनात अमेरिकी हथियार और सैनिक तथा क्षेत्र में अमेरिकी सेना के नियमित अभ्यास 'उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति के दिन-ब-दिन उग्र होने का संकेत करती हैं.

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उत्तर कोरिया लंबे समय से अमेरिका की अगुवाई में लगाए आर्थिक प्रतिबंधों को उसके प्रति अमेरिका की शत्रुता का सबूत बताता रहा है. बयान के जवाब में दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने कहा कि वह युद्ध खत्म होने की घोषणा करने के प्रयास और संबंधित देशों के साथ संबंध मजबूत करता रहेगा. मंत्रालय के एक उप प्रवक्ता चा डक चुल ने कहा कि युद्ध खत्म करने की घोषणा करना बहुत सार्थक कदम होगा क्योंकि यह इस प्रायद्वीप पर शांति वार्ता और परमाणु निरस्त्रीकरण की शुरुआत हो सकता है.

गौरतलब है कि कोरियाई युद्ध एक युद्ध विराम के साथ खत्म हुआ था न कि कोई शांति संधि हुई थी जिससे यह प्रायद्वीप तकनीकी रूप से युद्ध की स्थिति में है. उत्तर कोरिया इस युद्ध को औपचारिक रूप से खत्म करने के लिए अमेरिका के साथ शांति संधि पर समझौता करना चाहता है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि शांति संधि से उत्तर कोरिया अमेरिका से यह मांग कर सकता है कि वह दक्षिण कोरिया में अपने 28,500 सैनिकों को वापस बुलाए और प्रतिबंध हटाए.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Sep 24, 2021, 4:55 PM IST
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