दरभंगा: कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन है. ऐसे में जिले के केवटी रनवे पंचायत को जीपीडीपीए पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. संजीव पटजोशी ने इससे संबधित पत्र बिहार सरकार को भेजा है. इसके बाद पंचायत और जिले भर में खुशी की लहर है. मुखिया नासरा बेगम ने इस पुरस्कार के लिए उनकी पंचायत के चुने जाने पर खुशी जताई है.
बता दें कि देश के 27 पंचायत में जीपीडीपीए पुरस्कार पाने वाले में एकमात्र पंचायत केवटी-रनवे भी शुमार है. इस पंचायत में एक साल के भीतर विकास योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू किया गया है. यहां पंचायत की अधिकतर सड़कें पीसीसी कराई गई हैं. तालाबों का जीर्णोद्धार कर उन्हें सुंदर बनाया गया है. साथ ही उनमें सालों भर पानी रहता है.
हर घर में पीने के लिए शुद्ध पानी उपलब्ध
केवटी रनवे पंचायत पंचायत में हर घर नल का जल योजना को बेहतर ढंग से लागू किया गया है. इसकी वजह से यहां लोगों को स्वच्छ और शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध हैं. तकरीबन सभी घरों में शौचालय बने हैं. इसके अलावा पंचायत सरकार भवन में लोगों की सुविधा के लिए व्यवस्था की गई है. पंचायत के कार्यों का बेहतर ढंग से दस्तावेजीकरण किया गया है. इसकी वजह से ग्रामीण भी खुश हैं.
PM और पंचायती राज मंत्रालय का जताया आभार
मुखिया नासरा बेगम ने इस पुरस्कार के लिए उनकी पंचायत के चुने जाने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि वे पंचायत और प्रखंड के साथ-साथ जिले के अधिकारियों और कर्मियों को धन्यवाद देती है. साथ ही उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पंचायती राज मंत्रालय का आभार जताया है.
गांव में बड़े पैमाने पर बनाए गए शैचालय
स्थानीय मो. बदरे आलम ने कहा कि मुखिया ने पंचायत का बेहतर ढंग से विकास किया है. उन्होेंने कहा कि यहां कई ऐसी सड़कें थीं जो 70 साल में एक बार भी नहीं बनी थी. मुखिया ने उन्हें पीसीसी कराया है. मनरेगा से तालाबों की उड़ाही की गई है. पहले गंदगी से पटे रहने वाले तालाब अब साफ-सुथरे हो गए हैं. उनमें सालों भर पानी रहता है. साथ ही पंचायत में हर घर नल का जल योजना का सही से कार्यान्वयन हुआ है. यहां बड़े पैमाने पर शौचालय बनाए गए हैं. इन वजहों से पंचायत को ये पुरस्कार मिला है.
केवटी प्रखंड के बीडीओ महेश चंद्र ने भी मुखिया की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि प्रखंड से लेकर जिले भर के सभी अधिकारी और कर्मी इस उपलब्धि से खुश हैं. क्योंकि केवटी-रनवे बिहार की एक मात्र पंचायत है जिसे ये पुरस्कार मिला है. उन्होंने मुखिया नासरा बेगम को बधाई दी.